संबित पात्रा के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज

भोपाल
चुनाव से पहले भाजपा की मुश्किलें बढ़ गई है| सार्वजानिक स्थल पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के मामले अब राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा भी फंस गए हैं| भोपाल जिला प्रशासन ने पात्रा को भी आचार संहिता उल्लंघन के मामले में आरोपी बनाया है| इससे पहले कांग्रेस की शिकायत पर चुनाव आयोग को सौंपी रिपोर्ट में कलेक्टर ने बीजेपी को आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया था और प्रेस वार्ता के आयोजक एसएस उप्पल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था|
दरअसल, 27 अक्टूबर को बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने भोपाल स्थित नेशनल हेराल्ड की बिल्डिंग के सामने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा| इस सम्बन्ध में कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत की और आरोप लगाया था कि बीजेपी की प्रेस कॉन्फ्रेंस गैर कानूनी है, कांग्रेस ने कहा कि जिस राज्य में अगले महीने चुनाव है, वहां बिना इजाजत कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस कैसे कर सकता है| कांग्रेस ने आयोग से मांग की थी कि पात्रा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए|
आयोग के निर्देश पर भोपाल कलेक्टर सुदाम खाड़े द्वारा कराई गई जांच में पाया कि पत्रकारवार्ता के आयोजकों ने आचार संहिता का उल्लंघन किया है। क्योंकि जिस अवधि की अनुमति ली गई थी, उससे पहले ही पत्रकारवार्ता की गई थी। इस मामले में भोपाल कलेक्टर ने आयोजकों के खिलाफ धारा 188 के तहत एफआईआर की अनुशंसा की थी। मप्र भाजपा की ओर से पत्रकारवार्ता के लिए दोपहर 1 से 3 बजे का समय मांगा था। जबकि पत्रकारवार्ता 12 बजे शुरू कर दी थी। भोपाल कलेक्टर ने धारा 188 के तहत आयोजन भाजपा के चुनाव कार्य प्रभारी एसएस उप्पल के खिलाफ एफआईआर के आदेश दिए थे। अब इस मामले में पुनः जांच में साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत किये गए वीडियो और फोटो में संबित पात्रा की मौजूदी स्पष्ट दिखाई दी| जिसके बाद रिटर्निंग अधिकारी द्वारा नोटिस देकर इस सम्बन्ध में जवाब माँगा गया , लेकिन कोई जवाब प्रस्तुत नहीं किया गया| रिटर्निंग आफिसर की जांच के बाद संबित पात्रा को भी आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी मानते हुए आरोपियों की सूची में नाम बढ़ाया गया है| उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है|