एक दिन में बिजली की अधिकतम मांग के रिकार्ड टूटे

एक दिन में बिजली की अधिकतम मांग के रिकार्ड टूटे

भोपाल
मध्यप्रदेश में गत 26 दिसम्बर को बिजली की अधिकतम मांग का नया रिकार्ड बना। बिजली सेक्टर के इतिहास में पहली बार बिजली की एक दिन की अधिकतम मांग 13 हजार 740 मेगावाट दर्ज हुई। राज्य में कहीं भी विद्युत व्यवधान नहीं हुआ। दो दिन से बिजली की अधिकतम मांग 13 हजार 700 मेगावाट के ऊपर दर्ज हो रही है।

इस साल रबी सीजन में अक्टूबर, नवम्बर एवं दिसम्बर में बिजली की अधिकतम मांग के नित नए रिकार्ड कायम हुए। पिछले वर्ष बिजली की अधिकतम मांग 28 दिसम्बर 2017 को 12 हजार 240 मेगावाट दर्ज हुई थी। चालू रबी सीजन में 31 अक्टूबर को इस रिकार्ड को पीछे कर बिजली की अधिकतम मांग 12 हजार 268 मेगावाट दर्ज हुई। इसके बाद नवम्बर और दिसम्बर में बिजली की अधिकतम मांग के नित नए रिकार्ड बने। प्रदेश में चार दिन यानी 24 दिसम्बर को बिजली की अधिकतम मांग 13 हजार 640 मेगावॉट, 25 दिसम्बर को 13 हजार 642 मेगावाट, 26 दिसम्बर को बिजली की अधिकतम मांग 13 हजार 740 मेगावाट और 27 दिसम्बर को भी 13 हजार 700 मेगावाट के ऊपर दर्ज हुई है। राज्य की विद्युत कम्पनियां 14 हजार मेगावाट से अधिक बिजली मांग की आपूर्ति करने को तैयार हैं।

पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी (इंदौर व उज्जैन संभाग) में बिजली की अधिकतम मांग 5,207 मेगावाट, मध्य क्षेत्र वितरण कंपनी (भोपाल व ग्वालियर संभाग) में 4,736 मेगावाट और पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी (जबलपुर, सागर व रीवा संभाग) में 3,797 मेगावाट दर्ज हुई।

प्रदेश में 26 दिसम्बर को जब बिजली की मांग 13 हजार 740 मेगावाट दर्ज हुई, उस समय पॉवर जनरेटिंग कंपनी के ताप एवं जल विद्युत गृह, इंदिरा सागर-सरदार सरोवर-ओंकारेश्वर जल विद्युत परियोजना, एनटीपीसी (सेन्ट्रल सेक्टर), सासन अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट व आईपीपी, बिजली बैंकिग व अन्य स्त्रोत से बिजली प्राप्त हुई।