सुषमा स्वराज के निधन की खबर सुन रमा देवी के छलके आंसू, कहा- मेरी यादों में हमेशा रहेंगी
पटना
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की 67 वर्ष की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज को गंभीर हालत में रात 9 बजकर 35 मिनट पर एम्स में भर्ती कराया गया था. जहां उनकी हालत काफी नाज़ुक बनी हुई थी. उनके निधन की खबर सुन बीजेपी की बिहार के श्योहर से सांसद रमा देवी भावुक हो गईं और उनके आंसू छलक गए. इस दौरान उन्होंने कहा कि जब तक मेरी सांस चलेगी वे मेरी यादों में हमेशा रहेंगी. उन्होंने इस संसार को छोड़ दिया है लेकिन अब वे एक बेहतर दुनिया में होंगी.
गौरतलब है अपराह्न 12 बजे सुषमा स्वराज का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए बीजेपी दफ्तर लाया जाएगा. सुषमा स्वराज का अंतिम संस्कार बुधवार को दोपहर चार बजे लोधी रोड शवदाह गृह में राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा. सुषमा स्वराज की तबीयत काफी लंबे समय से खराब बनी हुई थी. सुषमा स्वराज ने करीब तीन घंटे पहले ही आर्टिकल 370 हटने के बाद ट्वीट किया था. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में सुषमा मंत्री पद स्वीकार करने से इनकार कर दिया था. सुषमा स्वराज ने स्वास्थ्य कारणों से पिछला लोकसभा चुनाव लड़ने से मना कर दिया था.
#WATCH Bharatiya Janata Party (BJP) MP Rama Devi gets emotional while speaking about former External Affairs Minister, #SushmaSwaraj, says, "As long as I'm breathing, I will stay connected with her. She has left this world but will live in a better place." pic.twitter.com/PvQ9jYN696
— ANI (@ANI) August 7, 2019
जंतर-मंतर स्थित उनके निवास पर सुबह 8 बजे से 10.30 बजे तक पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. पार्टी कार्यालय में सुबह 12 से दोपहर 2.30 बजे तक पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. 3 बजे लोधी रोड स्थित शमशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार होगा.
सात बार सांसद रही सुषमा स्वराज मोदी सरकार के 2014-2019 तक के कार्यकाल में विदेश मंत्री के पद पर रहीं. विदेशों में रह रहे भारतीयों को जब कभी भी परेशानी हुई तब-तब सुषमा स्वराज ने मदद का हाथ बढ़ाया. सुषमा स्वराज का जन्म 14 फरवरी 1952 में अम्बाला में हुआ था. राजनीति में आने से पहले सुषमा स्वराज ने सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता के पद पर भी काम किया.