सूख चुकी कनाड़ी नदी फिर बनेगी जीवनदायिनी, 127 करोड़ की कार्य-योजना पर कार्य आरंभ
भोपाल
करीब डेढ़ दशक पूर्व क्षेत्र की जीवनदायिनी रही जबलपुर जिले के सिहोरा और मझौली तहसीलों के 51 ग्रामों के लोगों को पानी मुहैया कराने वाली कनाड़ी नदी को एक बार फिर उसके मूल स्वरूप में लाने के ठोस प्रयास शुरू किए गए हैं। इसके लिये 127 करोड़ की कार्य-योजना पर अमल शुरू किया गया है।
कनाड़ी नदी की धारा को अविरल बनाने के लिये कैचमेंट एरिया की ग्राम पंचायतों सहित नदी के सहायक नालों टेढ़िया, पौड़ीहार और दुगानी आदि में बोल्डर चैक के जरिये बरसात का पानी रोकने के इंतजाम किये गये हैं। इससे नदी के तटवर्ती गाँवों में भू-जल स्तर में वृद्धि होगी। इसके साथ ही मझौली तहसील की 27 ग्राम पंचायतों के 40 गाँवों में जल-ग्रहण संरचनाओं का निर्माण कार्य प्रगति पर है। सिहोरा तहसील की 4 ग्राम पंचायतों गुनहरू, कुर्रो, जुनवानीकलां और मोहसाम में बोल्डर चैक सहित अन्य जल-संरचनाएँ बनाई गई हैं।
क्षेत्र के ग्रामीणों को भरोसा है कि प्रशासन और जनपद पंचायत की पहल से आरंभ की गई 127 करोड़ लागत की कार्य-योजना के पूरी होने पर कनाड़ी नदी एक बार फिर अपने जीवनदायिनी स्वरूप को प्राप्त करेगी। ऐसा होते ही आसपास की 31 ग्राम पंचायतों के 51 ग्रामों में एक बार फिर हरियाली और समृद्धि लौटेगी।