सूखे मुंह वालों को खानी चाहिए सुपारी, इसे खाने के है बेहतरीन फायदे
सुपारी का नाम सुनते ही दिमाग में पान का नाम सबसे पहले आ जाता है क्योंकि हमारे यहां लोग पान-सुपारी खाना ज्यादा पसंद करते है। आयुर्वेद में सुपारी से जुड़ी कई सारे फायदों के बारे में पढ़ने को मिल जाता है। सुपारी में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट और मिनरल होते हैं। इसके अलावा इसमें टैनिन, गैलिक एसिड और लिगनिन भी पाए जाते हैं। इन गुणों के कारण इसका प्रयोग औषधि के रूप में भी किया जाता है।
सुपारी न सिर्फ खाने की ही काम आती है बल्कि हिंदू धर्म में कई धार्मिक कार्यों में सुपारी का उपयोग किया जाता है। वैसे आज तक आपने सुपारी खाने के नुकसान के बारे में ही सुना होगा क्या आपको इसके फायदों के बारे में मालूम है। हालांकि सुपारी के अधिक सेवन से कैंसर के खतरों को भी देखा गया है, इसलिए इसे कम ही खाना चाहिए। लेकिन सूखी सुपारी को खाने के फायदे होते है। सुपारी को मौखिक स्वच्छता, भूख और लार उत्पादन के लिए उपयोगी माना जाता था।
कैविटी होती है दूर
सुपारी के पानी का अर्क हमारे मुंह में पाएं जाने वाले विशिष्ट बैक्टीरिया के प्रति एंटी माइक्रोबियल मूवमेंट के जरिए इन्हें दूर करता है।, इसके अलावा सुपारी में भरपूर मात्रा में जीवाणुरोधी गुण मौजूद होते हैं, सुपारी का इस्तेमाल टूथपेस्ट को बनाने के लिए भी किया जाता है। इसके सेवन से हमारे दांतों से कैविटी की समस्या दूर हो जाती है।
मांसपेशियों की ताकत
नियमित रूप से चबाने से मांसपेशी शक्ति में सुधार किया जा सकता है।
लार बनाता है
जो लोग सुपारी चबाते हैं वे काफी मात्रा में लार पैदा करने की प्रवृत्ति रखते हैं। जिन लोगों का मुंह हमेशा सूखा रहता है। ये उन व्यक्तियों को मधुमेह और सजोग्रेन सिंड्रोम जैसे स्वास्थ्य समस्याओं से बचाता है।
आयरन की कमी को पूरी करता है
गर्भवती महिलाओं में एनीमिया से निपटने के लिए कई साल के लिए सुपारी का उपयोग किया जाता है। वे गंभीर लोहे की कमी और रक्त शर्करा का स्तर कम करने के लिए अच्छे हैं।
हाई ब्लड प्रेशर के लिए औषधि
अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है तो आप के लिए सुपारी का सेवन रामबाण औषधि के रूप में काम करता है, इसमें भरपूर मात्रा में टैनिन नाम का तत्व मौजूद होता है। जो हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में सहायक होता है।
स्किजोफ्रेनिया से निजात दिलाएं
स्किजोफ्रेनिया एक प्रकार का मानसिक विकार है। इस बीमारी के लक्षणों को सुपारी के सेवन से कम किया जा सकता है। प्रेलिमिनरी रिसर्च एनआईएच के अनुसार, स्किजोफ्रेनिया के जो रोगी सुपारी का सेवन करते हैं यह उनके लक्षणों में सुधार का संकेत है।
घाव भरें
किसी भी प्रकार के घाव होने पर सुपारी से बने काढ़े से घाव को धोकर इसके बारीक चूर्ण को लगाने से खून बहना बंद हो जाता है और कुछ ही देर में घाव भरने की प्रक्रिया भी शुरू हो जाती है।