स्ट्रीट आर्ट से निखरती शहर की तस्वीर

स्ट्रीट आर्ट से निखरती शहर की तस्वीर


ग्वालियर
ग्वालियर स्मार्ट सिटी द्वारा शहर विकास के साथ शहर को सुंदर बनाने के लिये भी लगातार प्रयास किये जा रहे है। इसी उद्देश्य को लेकर ग्वालियर स्मार्ट सिटी ने पेंटिंग्स की एक विधा स्ट्रीट आर्ट को अपनाकर कला की विभिन्न कृतियों के साथ शहर की दीवारों को जीवंत किया है। शहर की दीवारों को स्ट्रीट आर्ट के द्वारा चित्रित करने के लिये ऐसी व्यस्त सडकों के आसपास की दीवारो को चुना गया जो, खाली और बेरंग थी। ऐसी ही दीवारों को चुनकर ग्वालियर स्मार्ट सिटी नें इनपर थीम आधारित वॉल आर्ट (स्ट्रीट आर्ट) करके इन्हें जीवंत करने का एक नवाचार किया है।

ग्वालियर स्मार्ट सिटी सीईओ श्रीमती जयति सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि शहर में कलात्मक प्रभाव कैसे पैदा हो इस पहल के विचार को साकार करने के उद्देश्य से शहर की दीवारों पर पेंटिंग की एक विधा वॉल आर्ट यानि स्ट्रीट आर्ट को अपनाया गया है।  स्ट्रीट आर्ट जैसी विधा आमतौर पर म्यूजियम और कला गैलरी इत्यादी में देखने को ही मिलती है लेकिन स्मार्ट सिटी नें नवाचार करते हुए स्ट्रीट आर्ट के द्वारा कला की विभिन्न कृतियों के साथ शहर की दीवारों को जीवंत किया है।  किसी भी कलाकृति को बनाने के लिए उच्च गुणवत्तायुक्त रंगों का प्रयोग किया जाता है।
श्रीमती सिंह नें बताया कि ग्वालियर स्मार्ट सिटी की टेग लाइन विकास का दर्पण, विरासतों का संरक्षण की मूल भावना को बनाए रखने के लिए, हम परिश्रमपूर्वक विरासत संरक्षण पर काम कर रहे हैं, जिसमें हर कदम पर रचनात्मक अनुप्रयोग शामिल है। शहर की दीवारों पर वॉल आर्ट का पूरा विचार नागरिकों की रचनात्मक प्रवृत्ति को सुलभ कला से जोड़ना है।

गौरतलब है कि संगीत ग्वालियर शहर की आत्मा है और संगीत इसमे रचा बसा है, इसी को ध्यान में रखकर संगीत नगरी के रुप में युनेस्को स्तर पर पहचान दिलाने के उद्देश्य से संगीत थीम के तहत पड़ाव पुल के पास थीम आधारित संगीत वाद्ययंत्र की एक पूरी श्रृंखला को दर्शाया गया है तो वही बस स्टैंड के पास अत्यधिक जटिल राग रागिनी चित्रों की एक श्रृंखला को दीवारों पर वॉल आर्ट के माध्यम से उकेरा गया है। वही बच्चों को ध्यान में रखते हुए, गोविंदपुरी में सड़क की दीवारों को पंचतंत्र विषय के लिए समर्पित किया गया है। जिन्हें देखकर बच्चे दिलचस्प कहानियों से प्रेरित होकर नैतिक सीख को अपने जीवन में उतार सकते है। हाल ही में मोती महल रोड की दीवारों पर वॉँल आर्ट के माध्यम से भारत की कला की उत्कृष्ट कृतियों को बनाया गया है। ये ख्यातिप्राप्त कलाकारों द्वारा बनाई गई कला की प्रसिद्ध कृतियां हैं जिन्हे इन दीवारों पर उन्ही कृतियों के समकक्ष रूप में बनाया गया है ताकि शहरवासियो को इनका ज्ञान हो सके।