स्पीकर हिफेई ने कांग्रेस का हाथ छोड़ा, बीजेपी में शामिल

स्पीकर हिफेई ने कांग्रेस का हाथ छोड़ा, बीजेपी में शामिल

 
आइजोल 

मिजोरम के सियासी संग्राम में नया ट्विस्ट देखने को मिला है। वोटिंग से पहले ही मिजोरम विधानसभा के अध्यक्ष हिफेई ने सोमवार को पद, सदन और कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और वह बीजेपी में शामिल हो गए। हिफेई ने कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा विधानसभा उपाध्यक्ष आर. लालरीनवमा को सौंपा, जिन्होंने उसे स्वीकार कर लिया है।  
 
बता दें कि मिजोरम की कुल 40 विधानसभा सीटों में 28 नवंबर क मतदान होना है, जिसके नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे। चुनाव से ठीक पहले मिजोरम विधानसभा के अध्यक्ष हिफेई ने अपने पद, सदन और कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। इस बात की पुष्टि उन्होंने खुद की। 
अनुभवी नेता हिफेई 2013 में पलक विधानसभा क्षेत्र से चुनकर 40 सदस्यीय विधानसभा में पहुंचे। पूर्वोत्तर में मिजोरम एकमात्र कांग्रेस शासित राज्य है। यहां 28 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं। 

मिजोरम का सियासी गणित 
मिजोरम में इस महीने के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान अपने चरम पर पहुंच गया है। सत्ताधारी कांग्रेस ने भी मुख्य विपक्षी दल मिजो नैशनल फ्रंट (एमएनएफ) की तरह सभी 40 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। हाल ही में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी मिजोरम में चुनावी अभियान शुरू किया था। 

मिजोरम पूर्वोत्तर का अकेला प्रदेश है जहां कांग्रेस अब भी सत्ता में है। कांग्रेस का दावा है कि मिजोरम की आर्थिक हालात काफी सुधर चुकी है और यह देश के सबसे शांत प्रदेशों में से एक है। वह इसका श्रेय अपने पिछले 10 साल के कार्यकाल को देती है। वहीं, बीजेपी, एमएनएफ और अन्य विपक्षी दल बदलाव का नारा दे रहे हैं। बीजेपी वंशवाद और भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस पर हमला बोल रही है। 

वहीं, कांग्रेस का आरोप है कि एमएनएफ और बीजेपी मिले हुए हैं। अगर त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति बनती है तो ये दोनों गठबंधन कर लेंगे। कांग्रेस आरोप लगा रही है कि एमएनएफ ने बीजेपी के साथ अपने समझौते को गुप्त रखा है। उसने अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा इसलिए की है क्योंकि बीजेपी का ईसाई समुदाय के दबदबे वाले मिजोरम में बड़ा आधार नहीं है।