स्मृति का राहुल पर हमला- तिरंगे की नहीं, दुश्मन देश की ज्यादा सोचते हैं
अमेठी. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर साधा निशानास्मृति बोलीं- तिरंगे की नहीं, दुश्मन देश की ज्यादा सोचते हैं राहुलकेशव प्रसाद मौर्य बोले- PAK पीएम की भाषा बोल रहे हैं राहुल
अमेठी से सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा है. स्मृति ईरानी ने कहा कि जब देश के गृह मंत्री अमित शाह संसद में एक तिरंगा एक संविधान होगा बोल रहे थे तब राहुल गांधी के निर्देश पर कांग्रेस की मानसिकता संसद में दिखाई दे रही थी. देश इससे स्तब्ध था.
उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी का समर्थन पाकिस्तान को मिल रहा है. इससे पहले भी उन्होंने ऐसी बातें की हैं. यह भारत का दुर्भाग्य है कि ऐसा नेता भी भारत में है जो तिरंगे की कम सोचता है और दुश्मन देश की ज्यादा सोचता है. स्मृति ईरानी ने कहा कि संसद हो या सड़क, कांग्रेस पार्टी से मेरी यही अपील है कि अलगाववाद की आग राहुल गांधी ना लगाएं तो देश के लिए बेहतर होगा.
वहीं यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी राहुल गांधी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि जो भाषा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बोल रहे हैं, वही भाषा राहुल गांधी बोल रहे हैं. दरअसल राहुल गांधी के एक बयान को पाकिस्तान ने यूएन में हथियार बनाया है.
पाकिस्तान ने राहुल गांधी के बयान को हथियार बनाकर संयुक्त राष्ट्र (यूएन) को चिट्ठी लिखी है. पाकिस्तान की मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी की ओर से लिखे गए पत्र में दावा किया गया कि 'अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर में लोगों की मौत का जिक्र किया था.'
रविवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक ट्वीट कर कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों की स्वतंत्रता और नागरिक आजादी पर अंकुश लगाए हुए 20 दिन हो गए हैं. विपक्ष और मीडिया को तब जम्मू-कश्मीर के लोगों पर किए जा रहे कठोर बल प्रयोग और प्रशासनिक क्रूरता का अहसास हुआ, जब उन्होंने शनिवार को श्रीनगर का दौरा करने की कोशिश की.
बयान पर विवाद बढ़ने के बाद राहुल गांधी ने बुधवार को सफाई दी. उन्होंने कहा कि कश्मीर भारत का आंतरिक मसला है और पाकिस्तान या फिर किसी अन्य देश को इस मामले में हस्तक्षेप करने नहीं दिया जाएगा.