नीरव मोदी से 7,200 करोड़ रुपये वसूलेंगे बैंक

नीरव मोदी से 7,200 करोड़ रुपये वसूलेंगे बैंक

नई दिल्ली
पंजाब नैशनल बैंक के लिए शनिवार को एक बड़ी खबर आई, जब डेट रिकवरी ट्राइब्यूनल (DRT) ने अपने आखिरी आदेश का ऐलान किया। डीआरटी ने नीरव मोदी और उसकी कंपनियों को पीएनबी और बैंकों के समूह को ब्याज के साथ 7,200 करोड़ रुपये चुकाने के आदेश दिए हैं। पीएनबी पहला बैंक था जिसने पिछले साल जुलाई में डीआरटी से संपर्क किया था। पीएनबी ने नीरव मोदी से रिकवरी के तौर पर 7,000 करोड़ रुपये वसूलने की बात कही थी। वहीं बैंकों के समूह ने बाद में 200 करोड़ रुपये रिकवर करने के लिए अलग से एक ऐप्लिकेशन फाइल की थी।


DRT ने रिकवरी सर्टिफिकेट्स जारी कर दिए हैं जिसके आधार पर बैंक के रिकवरी ऑफिसर जरूरत पड़ने पर नीरव मोदी की संपत्ति अटैच कर सकता है। लेकिन नीरव मोदी के अधिकतर ऐसेट्स एनफोर्समेंट डायरेक्टॉरेट (ED) द्वारा पहले ही अटैच किए जा चुके हैं, इसलिए अब यह देखना होगा कि रिकवरी अधिकारी किस तरह प्रक्रिया को आगे बढ़ाता है। रिकवरी ऑफिसर इस मामले में PMLA कोर्ट का रुख कर सकता है।

इस मामले की सुनवाई पुणे में हुई जहां DRT सदस्य अतिरिक्त भूमिका निभाते हैं क्योंकि मुंबई में कोई DRT सदस्य नहीं है। डीआरटी ने बैंक के समूह द्वारा दिए गए एक और ऐप्लिकेशन को भी सर्टिफिकेट दिया जिसमें नीरव मोदी और उसकी कंपनियों से 200 करोड़ रुपये रिकवर करने की बात कही गई थी।

जुलाई 2018 में नीरव मोदी और उसकी कंपनियों से 7,000 करोड़ रुपये रिकवर करने के लिए कानूनी लड़ाई शुरू करने वाला पीएनबी पहला बैंक था। ये पैसा 'फ्रॉडुलेंट लेटर्स ऑफ अंडरटेकिंग्स (LoUs) के जरिए हासिल किया था।' नीरव मोदी ने बैंक को लिखे एक पत्र में धोखाधड़ी की बात को नकार दिया था। बैंक ने दो ऐप्लिकेशन दायर की थी।

नीरव मोदी जहां अभी विदेश में जेल काट रही है वहीं मुंबई में पीएनबी उसके सभी ऐसेट्स को अटैच करने को तत्पर है। इनमें न केवल जमीन, मोटरबोट और दुबई स्थित प्रॉपर्टीज बल्कि 125 आर्ट वर्क भी शामिल हैं। हालांकि, पेंटिंग्स को एक दूसरी एजेंसी द्वारा पहले ही नीलाम किया जा चुका है।