भारत-ताइवान संबंधों में चीन को नहीं डालने देंगे बाधा: ताइवान

 नई दिल्‍ली 
भारत की सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया के ताइवान का नाम बदलकर चीनी ताइपे करने के फैसले पर नाखुशी जताने के बाद ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने कहा है कि भारत उनके लिए एक महान देश है। उन्‍होंने कहा कि भारत और ताइवान संबंध एक-दूसरे के पूरक हैं और वह चीन को इसमें बाधा नहीं डालने देगा। ताइवान के विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि चीन लोकतंत्र और स्‍वतंत्रता से डरे नहीं।  

वू ने इस पूरे विवाद पर ईमेल के जरिए एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में कहा, 'ताइवान के लिए भारत एक महान देश है जिसका शानदार इतिहास, सभ्‍यता और संस्‍कृति रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रशासन के अंतर्गत हो रहे तेज आर्थिक विकास का ताइवान मुरीद रहा है। ताइवान सरकार के लिए भारत की ऐक्‍ट ईस्‍ट पॉलिसी उसके न्‍यू साउथबाउंड पॉलिसी के लिए पूरक है। दोनों देशों के बीच सहयोग के लिए अद्भुत संभावनाएं हैं। 

ताइवानी विदेश मंत्री वू ने कहा, 'ताइवान सरकार भारत के साथ साझा हितों और साझा लाभ के लिए मिलकर काम करती रहेगी। साथ ही चीन फैक्‍टर को दोनों देशों के बीच मजबूत होते संबंधों में बाधा नहीं डालने देगी। हम यह जानते हैं कि कौन हमारा मित्र है और कौन नहीं। हमारे लिए भारत एक अच्‍छा मित्र है।' 

इससे पहले चीन के सरकारी अखबार चाइना डेली ने एयर इंडिया के फैसले पर खुशी जताते हुए ट्वीट किया था, 'विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता ने कहा है कि चीन एयर इंडिया के अपनी वेबसाइट पर ताइवान का नाम बदलकर चाइनीज ताइपे करने के फैसले की प्रशंसा करता है। उन्‍होंने यह भी कहा कि नाम में बदलाव यह दर्शाता है कि भारतीय विमानन कंपनी इस तथ्‍य का सम्‍मान करती है कि दुनिया में केवल एक चीन है और ताइवान चीन का अभिन्‍न अंग है।'