राज्यपाल, CM योगी समेत हजारों ने किया योगासन

 लखनऊ. अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर शुक्रवार को लखनऊ के राजभवन में राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा और अन्य मंत्रियों व वरिष्ठ अधिकारियों समेत हजारों लोगों ने योगाभ्यास किया।  कार्यक्रम में प्रदेश के डीजीपी ओम प्रकाश सिंह और लखनऊ की मेयर संयुक्ता भाटिया भी मौजूद रहे। 

इस मौके पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वास्तव में हमारी ऋषि परंपरा ही हमें आगे बढ़ा सकती है और योग हमारी ऋषि परंपरा का एक अभिन्न अंग है। मनुष्य जीवन योग के लिए बना है, न कि रोग के लिए।  देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने ऋषि परम्परा के प्रसाद को आम जन तक पहुंचाने और भारतीय संस्कृति एवं आस्था को वैश्विक मंचों पर एक नयी पहचान दिलाने का कार्य किया है, मैं इसके लिए प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त करता हूं।

 बता दें भारत में योगाभ्यास की परंपरा तकरीबन 5000 साल पुरानी है। योग को शरीर और आत्मा के बीच सामंजस्य का अद्भुत विज्ञान माना जाता है। इस प्राचीन पद्धति के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल 21 जून को इंटरनेशनल योग दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 2015 में हुई थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा को अपने संबोधन के दौरान कहा कि यही वो दिन है जब उत्तरी गोलार्ध में साल का सबसे लंबा दिन होता है। इस दिन सूर्य जल्दी उगता है और सबसे देर में सूर्यास्त होता है। इसके अलावा भारत में 21 जून ग्रीष्मकालीन संक्रांति का दिन भी होता है। 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस या विश्व योग दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की। इसके बाद 2015 से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस दुनिया भर में मनाया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सितंबर 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए योग के महत्व पर चर्चा की थी।