लखनऊ, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के ऐसे लाभार्थी जिन्होंने कनेक्शन लेने के बाद रीफिलिंग करवाई ही नहीं, उन्हें सहूलियत देने की तैयारी शुरू हो गई है। दरअसल, कुछ समय पहले दिल्ली में पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के सामने ऑयल कंपनियों के अधिकारियों ने दो प्रस्ताव रखे थे। जिसमें पहला, दोबारा सिलिंडर भरवाने पर दो से चार किस्तों में पैसा लिया जाए या फिर लाभार्थी की सहूलियत के मुताबिक प्रतिकिलो की दर से पैसा लिया जाए। इन दोनों पर मंत्रालय ने जल्द प्रक्रिया शुरू करने का भरोसा दिया है।
इंडियन ऑयल (यूपी एसओ-1) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया कि प्रदेश में उज्ज्वला योजना के तहत अब तक 1.6 करोड़ लोगों को योजना का लाभ दिया जा चुका है। इसमें से 20 फीसदी लाभार्थी रीफिलिंग के लिए एकमुश्त पैसा देने में असमर्थ हैं।
योजना में सामान्य वर्ग के गरीब परिवारों को जोड़ने का फैसला करने के लिए पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर से दिल्ली पहुंचे विभिन्न राज्यों के अधिकारियों ने मंत्रालय के समक्ष पक्ष रखा। एक अधिकारी के मुताबिक, प्रदेश में 4 करोड़ 07 लाख 45 हजार 677 रसोई गैस उपभोक्ता हैं। इसमें एक लाख 22 हजार ऐसे उपभोक्ता भी चिन्हित किए गए हैं जिनके पास एक ही सिलिंडर है। लिहाजा उन्हें दूसरा सिलिंडर लेने के लिए प्रेरित किया जाए।