कुंभ मेले से 6 लाख लोगों को मिलेगी नौकरी, सरकारी खजाने में आएंगे 1.2 लाख करोड़ रुपए

नई दिल्ली
हिन्दू धर्म में सबसे अधिक महत्वपूर्ण और पवित्र कुंभ मेले की शुरुआत हो चुकी है। 15 जनवरी को शुरू हुआ ये कुंभ मेला 4 मार्च तक चलेगा। इस पावन पवित्र कुंभ मेले में देश ही नहीं बल्की पूरी दुनिया से श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में स्नान कर पुण्य के भागी बनने के लिए आते हैं। इंडस्ट्री बॉडी कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) की रिपोर्ट में एक बड़ा खुलासा किया है। सीआईआई का कहना है कि इस आयोजन से उत्तर प्रदेश के लिए 1.2 लाख करोड़ रुपए का राजस्व उत्पन्न होगा और इससे 6 लाख लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
6 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार, कमाई में भी होगी वृद्धि
CII की रिपोर्ट के अनुसार, हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में 2.5 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा और एयरलाइन्स और एयरपोर्ट्स पर करीब 1.5 लाख लोगों के लिए अवसर पैदा होंगे। इसके साथ ही टूर ऑपरेटर्स भी 45 हजार लोगों को काम पर रखेंगे। इको टूरिजम और मेडिकल टूरिजम में 85 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। इतना ही नहीं टूर गाइड्स, टैक्सी ड्राइवर्स, उद्यमी सहित असंगठित क्षेत्र में भी 50 हजार नई नौकरियां उत्पन्न होंगी। इससे निश्चित रूप से सरकारी एजेंसियों और व्यापारियों की कमाई में वृद्धि होगी। कुंभ एक वैश्विक मेला है इसलिए श्रद्धालु ऑस्ट्रेलिया, यूके, कनाडा, मलेशिया, सिंगापुर, साउथ अफ्रीका, न्यूजीलैंड, जिम्बावे और श्रीलंका से आएंगे।
पड़ोसी राज्यों को भी फायदा
मेले से सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि राजस्थान, उत्तराखंड, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के राजस्व में भी वृद्धि होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि बड़ी संख्या में देश और विदेश से आने वाले पर्यटक इन राज्यों में भी घूमने जा सकते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने 50 दिनों के कुंभ मेले के लिए 4,200 करोड़ रुपए का आवंटन किया है, जोकि 2013 महाकुंभ मेले की तुलना में तीन गुना अधिक है। यह अब तक का सबसे महंगा कुंभ है।