रोजगार बढ़ा, NSSO से इस्तीफा देने वालों का मकसद राजनीतिकः रविशंकर प्रसाद
नई दिल्ली
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मोदी सरकार के अंतरिम बजट पर आजतक से खास बातचीत की. रविशंकर प्रसाद ने आजतक की एंकर श्वेता सिंह से बातचीत में दावा किया कि उनकी सरकार के साढ़े चार सालों के काम के बाद देश की जनता उन्हें 2014 से भी ज्यादा सीटें देगी. कानून मंत्री ने कांग्रेस द्वारा बजट को जुमला कहने पर कहा कि इससे पहले भी जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स कहा गया, लेकिन इसी साल जनवरी में जीएसटी से सरकार को 1 लाख करोड़ से अधिक टैक्स मिला. यही नहीं, देश में टैक्स देने वालों की संख्या 3.80 करोड़ से बढ़कर 6.85 करोड़ हो गई. इनकम टैक्स के जरिए मिलने वाली राशि 6 करोड़ से बढ़कर 12 करोड़ रुपये हो गई. देश की विकास दर 7.4 फीसदी हो गई. यह सब मोदी सरकार के समय में हुआ. उन्होंने कहा कि एनएसएसओ की रिपोर्ट रोकी गई थी क्योंकि उसमें बहुत कुछ जोड़ा जाना था. एनएसएसओ से इस्तीफा देने वालों का मकसद राजनीतिक भी हो सकता है.
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इससे सरकार का दिल भी बड़ा हुआ और उसने किसानों और मजदूरों के लिए दिल खोलकर घोषणाएं कीं. उन्होंने कहा कि देश के 12-13 करोड़ किसानों को सरकार 75 करोड़ रुपये दे रही है. यही योजनाएं दूसरे राज्यों में लागू होने के सवाल पर कानून मंत्री ने कहा कि हो सकता है कि किसी राज्य के किसानों को इसका लाभ मिल रहा हो, लेकिन यह मोदी जी के हृदय की विशालता है कि उन्होंने देशभर के किसानों के लिए मदद की घोषणा की है.
उन्होंने वोट से पहले लोकलुभावन घोषणाओं पर कहा कि हमने एकाएक काम नहीं किया है. हमारी सरकार ने मुद्रा स्फीति को कंट्रोल में रखा, महंगाई नहीं बढ़ रही है, हमने राजकोषीय घाटे को नियंत्रण में रखा है, सबसे अधिक पूंजी निवेश इस दौरान हुआ है. आज देश में सबसे अधिक सड़कें बन रही हैं, इंडिया डिजिटल हो रहा है.
इसके साथ ही उन्होंने रोजगार के सवाल पर कहा कि हमारी सरकार आई तो देश में दो मोबाइल फैक्ट्री थीं, अब 268 हैं. इन फैक्ट्रियों में लाखों लोग काम कर रहे हैं. किसानों के खाते में रकम देने के विषय पर उन्होंने कहा कि हमने देशभर में 34 करोड़ खाते खोले, उन्हें आधार से लिंक किया. इन खातों में मनरेगा जैसी योजनाओं के साढ़े 6 लाख करोड़ रुपये दिए गए. इससे सवा लाख करोड़ रुपये बिचौलियों के पास जाने से बचे.
यही नहीं, उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने गरीबों के लिए आरक्षण का प्रावधान किया, वह भी मौजूदा आरक्षण के प्रावधानों में छेड़छाए किए बिना. उन्होंने कहा- हमने मुद्रा योजना में 15 करोड़ लोगों को साढ़े सात लाख करोड़ रुपया दिया है. इसमें साढ़े चार करोड़ को पहली बार फायदा मिला है. आज बिजली ज्यादा मिल रही है. मैन्यूफैक्चरिंग बढ़ रही है. एनएसएसओ के रोजगार के डेटा की रिपोर्ट लीक होने के बाद बेरोजगारी की दर साढ़े चार दशकों में सर्वाधिक होने पर उन्होंने कहा कि यह आधिकारिक डेटा नहीं है. उन्होंने कहा कि इस मामले पर बात न ही की जाए तो सही है, क्योंकि बात करने से कई भेद खुल सकते हैं. उन्होंने सवाल किया कि यह केवल ड्राफ्ट था, पुख्ता रिपोर्ट नहीं थी. इस्तीफा देने वालों का मकसद राजनीतिक हो सकता है.
रविशंकर प्रसाद ने सवाल किए कि एनएसएसओ से इस्तीफा देने वालों का मकसद राजनीतिक भी हो सकता है. उन्होंने कहा कि आईटी सेक्टर को सर्वे में शामिल नहीं किया गया है. रविशंकर प्रसाद का कहना था कि देश में आईटी सेक्टर ने काफी प्रगति की है. उनके मुताबिक इस सेक्टर में 40 लाख डायरेक्ट लोग काम कर रहे हैं और 1.30 लाख लोग इससे इनडायरेक्टली जुड़े हैं. उन्होंने कहा कि इस सेक्टर में पिछले पांच साल में 6 लाख नई नौकरियां मिली हैं. देशभर में 250 नए बीपीओ खुले हैं, जिनमें लड़कियां भी काम कर रही हैं. उन्होंने आगामी चुनावों पर कहा कि देश की जनता हमें 2014 की तरह ही जनादेश देगी. हम भले ही राजस्थान और मध्यप्रदेश में बारीक अंतर से हारे लेकिन सब लोग कह रहे थे कि केंद्र में मोदी को ही वोट देंगे. इससे साफ है कि जनता को समझ आ रहा है कि सरकार कितना काम कर रही है.