लोकसभा चुनाव: मोदी ने पवार पर निशाना साधा, राकांपा ने किया पलटवार
वर्धा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राकांपा प्रमुख शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी उनके हाथों से निकल रही है और पार्टी में अंदरूनी कलह है। महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना गठबंधन के चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करते हुए मोदी ने जनसभा में कहा कि पवार ने आगामी लोकसभा चुनाव न लडऩे का फैसला इसलिए किया क्योंकि उन्हें पता चल गया कि स्थिति उनके अनुकूल नहीं है।
उन्होंने कहा,‘पवार ने प्रतिकूल स्थिति को भांपते हुए चुनाव न लडऩे का फैसला किया। राकांपा में अंदरूनी कलह है, पार्टी पवार के हाथों से फिसल रही है।’ मोदी ने कहा, ऐसा भी वक्त था जब वह (पवार) सोचते थे कि वह भी प्रधानमंत्री बन सकते हैं। उन्होंने भी घोषणा की थी कि वह चुनाव लड़ेंगे। लेकिन अचानक एक दिन उन्होंने कहा कि वह राज्यसभा में खुश हैं और वह चुनाव नहीं लड़ेंगे।’
उन्होंने कहा, शरद पवार जी को भी पता है कि हवा किस तरफ बह रही है। इस बार देश के लोगों ने बड़े-बड़े दिग्गजों को चुनावी मैदान छोड़ कर भागने पर मजबूर किया है।’उन्होंने कहा कि पवार की ‘दूसरी समस्या’ यह है कि राकांपा पारिवारिक कलह’ से प्रभावित है। उन्होंने दावा किया, पार्टी पर पवार की पकड़ ढीली पड़ रही है। स्थिति यह है कि पवार साहब के भतीजे (अजित पवार) पार्टी पर नियंत्रण हासिल करने की कोशिश में हैं। इस वजह से राकांपा को टिकट बांटने में समस्या आई।’
मोदी ने पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री पवार पर खुद एक किसान रहने के बावजूद’ किसानों की समस्या को अनदेखा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, आज पवार साहब को लोगों ने आउट किया है। उनके झूठे वादों का पर्दाफाश हो गया है और उनके भतीजे ने उन्हें हिट विकेट किया है।’मोदी ने पवार पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राकांपा के वरिष्ठ नेताओं को रिटायर होने के लिए मजबूर किया गया।
मोदी की टिप्पणियों पर राकांपा ने यह कहते हुए पलटवार किया कि पार्टी अपने वरिष्ठ नेताओं का सम्मान करना जानती है। मोदी की भाजपा की तरह नहीं जो लालकृष्ण आडवाणी जैसे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं तक को दरकिनार कर देती है। राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि मोदी ने वर्धा में खाली रैली मैदान देखने के बाद निराश होकर पवार पर हमला बोला है।
मलिक ने कहा, और उस पर भी पवार साहेब पार्टी के अध्यक्ष हैं। लोग देख रहे हैं कि आपने (मोदी) आडवाणी साहेब के साथ कैसा व्यवहार किया है जो आपको राजनीति में लेकर आए, आपको मुख्यमंत्री बनाया, आपको नेता बनाया।’ पवार द्वारा किसानों की अनदेखी करने वाले मोदी के आरोप को नकारते हुए मलिक ने कहा कि कृषि में राकांपा प्रमुख का योगदान हर कोई देख सकता है। मलिक ने प्रधानमंत्री पर पांच साल पुराने मुद्दे ही दोबारा उठाने का आरोप लगाया और पूछा, तो, आपने पिछले पांच सालों में क्या किया।’
मोदी की तरफ से क्रिकेट की शब्दावली का प्रयोग किए जाने के बाद अगर माने तो मलिक ने भी फ्रंट फुट पर आते हुए घोषणा की कि आगामी चुनावों में लोग भाजपा की विकेट’ लेते हुए नजर आएंगे। महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता एवं राकांपा के वरिष्ठ नेता धनंजय मुंडे ने भी अपनी पार्टी की तरफ से पक्ष रखा। उन्होंने मोदी से पवार परिवार या राकांपा की चिंता नहीं करने को कहा। मुंडे ने कहा, ध्यान इस बात पर दिया जाए कि प्रधानमंत्री ने अपने ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ कैसा बर्ताव किया है।’