सत्ता और कुर्सी की चाह में कांग्रेस को नींद नहीं आती : शिवराज

सत्ता और कुर्सी की चाह में कांग्रेस को नींद नहीं आती : शिवराज

सागर
विधानसभा चुनाव से पहले  'गुस्सा आता है' का स्लोगन अब कांग्रेस पर ही भारी पड़ता नजर आ रहा है। चुनावी सभाओं के बीच मुख्यमंत्री शिवराज इस स्लोगन को हथियार बनाकर उल्टा कांग्रेस पर ही हमला कर रहे है ।आज फिर सागर में सभा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज ने इसे जनता के बीच जमकर भुनाया।मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि एक किसान का बेटा 13 सालों से कुर्सी पर बैठा है। सपने में भी कुर्सी कि चिंता सताती है, इसीलिए मुझे बदनाम करने के लिए तरह-तरह के झूठे आरोप लगाते हैं। काँग्रेस के शासन ने अंधेरी नगरी चौपट राजा को चरितार्थ किया। सिर्फ सत्ता और कुर्सी की चाह में उन्हें नींद नहीं आती। वही राहुल पर हमला बोलते हुए शिवराज ने कहा कि कांग्रेस 15 साल से सत्ता से बाहर है, तो उन्हें गुस्सा आता है और मुझ पर तो आरोप लगाते ही हैं, मेरे बेटे पर भी निराधार आरोप लगा दिया, जब पत्रकारों ने उनसे सुबूत माँगा तो बोलने लगे कंफ्यूज हो गया था। 

सीएम शिवराज ने कहा कि काँग्रेस विज्ञापन के माध्यम से कहती है गुस्सा आता है। किसान को काँग्रेस ने क्या दिया? 1 साल में किसानों को लगभग 33 हज़ार करोड़ हमने दिये इसलिए कॉंग्रेस को गुस्सा आता है, उन्हें गुस्सा तो आता है लेकिन काँग्रेस ने मध्यप्रदेश के लिए कभी किया क्या? पिछले 70 सालों में से 54 साल कॉंग्रेस ने मध्यप्रदेश में राज किया, लेकिन मध्यप्रदेश का विकास उन्होंने नहीं किया, सड़कों में गड्ढे, बिजली के नाम पर अधेरा दिया। उन्होंने कहा कि विकास की तुलना करके देखना भाइयों और बहनों, आपको कांग्रेस के 54 साल और भाजपा के 15 साल का ब्यौरा देने की जरूरत नहीं है। हकीकत आपके सामने हैं। कांग्रेस ने मध्यप्रदेश को अंधेरा राज्य बना दिया था। सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे थे ।काँग्रेस मध्यप्रदेश का भला नहीं कर सकती। हमने मध्यप्रदेश को बीमारू से विकसित बनाया है। अब समृद्ध बनाना है। इसके लिए मुझे आपका साथ और सहयोग चाहिए। मुझे और बीजेपी को आशीर्वाद दे कर समृद्ध मध्यप्रदेश बनाने का संकल्प आप लीजिये। भाजपा को ही वोट दीजिये 

सीएम यही नही रुके उन्होंने कहा कि  हमने जो काम किये उनपर कांग्रेस को गुस्सा आता है। सड़कें नहीं थी हमने सड़कें बनवाईं, कांग्रेस ने गड्ढे दिए। कांग्रेस के समय बिजली गोल हो गयी थी। नारा प्रबल था जबतक रहेंगे दिग्गी जलती रहेगी डिब्बी। हमने 4700 करोड़ की सिंचाई योजनाएं शुरू कीं। कांग्रेस के समय साढ़े सात हजार हेक्टेयर  सिंचिंत जमीन थी हमने 41 हजार कर दिया। शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया था। गुरुजी बनाकर 500 रुपये में शिक्षकों को पढ़ाना पड़ा। मैं बेटियों की बात टाल नहीं पाया पाया निशुल्क शिक्षा और किताबें मुहैया कराईं, साइकल दिलवाई। 12 वी में 70 प्रतिशत से ज़्यादा अंक वालों को लैपटॉप दिलवाया। मेरी बिटिया 75 प्रतिशत लाएगी मामा स्कूटी दिलवाएगा। किसी भी वर्ग के बच्चो की उच्च शिक्षा की फीस भरूँगा। इसलिए इनको गुस्सा आता है।