1 माह की हड़ताल पर सुरक्षा संस्थान के कर्मचारी, कामकाज ठप्प, पुलिस-प्रशासन सक्रिय

1 माह की हड़ताल पर सुरक्षा संस्थान के कर्मचारी, कामकाज ठप्प, पुलिस-प्रशासन सक्रिय

जबलपुर
निगमीकरण को लेकर देशभर के सुरक्षा संस्थान आज से 1 माह की हड़ताल पर चले गए हैं।जबलपुर में भी इसका असर देखा जा रहा है।जिले की ऑडनेंस फैक्ट्री खमरिया, गन कैरिज फैक्ट्री,व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर सहित ग्रे आयरन फाउंड्री फैक्ट्री के कर्मचारी भी आज हड़ताल पर थे।हालांकि कुछ कर्मचारी जरूर फैक्ट्री के अंदर जाने की कोशिश कर रहे थे जिन्हें गेट पर खड़े कर्मचारियों ने रोका।

बताया जा रहा है कि कल रक्षा सचिव ने चारों यूनियन के पदाधिकारियों को बातचीत के लिए बुलाया था पर दो यूनियन हड़ताल को लेकर किसी भी तरह से रक्षा सचिव से बात करने को तैयार नहीं थी लिहाजा कल होने वाली बैठक स्थगित हो गई जो कि आज होने की उम्मीद है।

इधर हड़ताल को लेकर कर्मचारियों का कहना है कि अगर सुरक्षा संस्थानों का निगमीकरण होता है तो ना सिर्फ देश पर खतरा मंडरा आएगा बल्कि हजारों कर्मचारी कारपोरेट सेक्टर में बंध कर रह जाएंगे।एक माह तक होने वाली हड़ताल का आज से आगाज हो गया है।सभी फैक्टरीयो के गेट पर तैनात  यूनियन के पदाधिकारी और सदस्य किसी भी कीमत में फैक्टरी में कर्मचारियों को नही जाने दे रहे थे।

सुरक्षा के मद्देनजर तैनात पुलिस प्रशासन की व्यवस्था और धारा 144 धरी की धरी रह गई। क्योकि पुलिस प्रशासन के सामने ही नेताओ ने फैक्टरी जाने वाले कर्मचारियों को रोक कर भगा दिया।हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों का मानना था कि स्वेच्छा से ही सभी कर्मचारी जा रहे थे।बहरहाल निगमीकरण और मोदी सरकार के खिलाफ आज से शुरू हुई एक माह की हड़ताल का पहला दिन पूरी तरह से सफल रहा।