11 बच्चों की मौत के बाद विधायक को आई गांव की याद, लोगों ने बना लिया बंधक

11 बच्चों की मौत के बाद विधायक को आई गांव की याद, लोगों ने बना लिया बंधक

पटना
बिहार में चमकी बुखार या एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से से अब तक 163 बच्चों की मौत हो चुकी है. लगातार हो रही बच्चों की मौत को लेकर लोगों में काफी गुस्सा है. इसी के चलते रविवार को एक विधायक को जनता के गुस्से का शिकार होना पड़ा. लोगों का गुस्सा इस हद तक बढ़ गया कि विधायक को भागकर अपनी जान बचानी पड़ी.

मामला वैशाली से जुड़ा है. यहां के लालगंज क्षेत्र के लोजपा विधायक राजकुमार साह को उग्र ग्रामीणों ने पहले को खूब खरी-खोटी सुनाई फिर बंधक बना लिया. लोगों के बीच फंसे विधायक बड़ी मुश्किल से ग्रामीणों के चंगुल से बाहर निकल सके. दरअसल, लालगंज के लोजपा विधायक राजकुमार साह रविवार को अपने क्षेत्र के हरिवंशपुर गांव गए थे.

हरिवंशपुर वही गांव है जहां हाल ही में चमकी बुखार के कारण 11 बच्चों की मौत हो गई. विधायक घटना के कई दिनों बाद पीड़ित परिवार से मिलने गए थे, लेकिन उनका यह कदम उल्टा पड़ गया. विधायक को देखते ही ग्रामीण गुस्से से लाल हो गए. वे इस बात को लेकर उग्र थे कि गांव में पिछले कई दिनों से बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है, इसके बावजूद विधायक लापता थे.

विधायक से ग्रामीण तीखे सवाल पूछ रहे थे. लोगों ने विधायक से पूछा कि- 'आप स्थानीय जनप्रतिनिधि हैं, इसके बाद भी दुख की घड़ी में आप कहां थे.' विधायक ने लोगों को बहलाना-फुसलाना चाहा, लेकिन लोगों ने उनकी एक न सुनी और उनको बंधक बना लिया. विधायक को बंधक बनाने की खबर मिलते ही स्थानीय प्रशासन में खलबली मच गई. इसके बाद भगवानपुर एसडीओ दल-बल के साथ विधायक को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाने मौके पर पहुंचे.

विधायक को लोगों के चंगुल से निकालने के लिए कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची तब जाकर अधिकारियों के हस्तेक्षप के बाद मामले को शांत कराया गया. विधायक को जब पुलिस गांव से निकालकर ले जाने लगी तो आक्रोशित ग्रामीणों ने उनकी गाड़ी को काफी दूर तक खडेड़ा.