कमलनाथ का दावा- MP में 150 सीटों पर जीतेगी कांग्रेस

भोपाल मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने दावा किया है कि मप्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की इस बार 150 सीटें आएंगी। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में गुरुवार को पत्रकारों से चर्चा में कहा है कि उनकी तीन दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात हुई थी, जिसमें टिकट वितरण को लेकर योजना बनाई गई है। अगस्त में ज्यादातर विधानसभा क्षेत्रों के टिकट घोषित कर दिए जाएंगे। कमलनाथ का कहना है कि 70 सीटों पर कोई विवाद नहीं है। 40 सीटें 20-30 साल से हार रहे हैं और इनमें तैयारी शुरू कर दी है। इन सीटों पर अगस्त तक फैसला ले लिया जाएगा। शेष सीटों पर बातचीत कर रणनीति बनाएंगे। भाजपा के 200 पार के नारे पर कमलनाथ ने कहा कि गुजरात में भी उनका नारा था 150 पार मगर 100 पर भी नहीं पहुंचे। उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार के मंत्रियों में से कई की हार निश्चित है। सालभर से चल रहा सर्वे नाथ बोले कि उन्होंने अध्यक्ष बनने के सालभर पहले से ही विधानसभा चुनाव का सर्वे शुरू कर दिया था। उनकी टीम लगी है और विधायकों को साफ कह दिया है कि वे हवा में नहीं रहें। सर्वे में सरकारी योजनाओं की स्थिति पता कराया है। 50-60 सीटों पर फर्जी वोटर लिस्ट पर हमारी टीम ने काम किया है। भाजपा के कई नेता हमारे संपर्क में कमलनाथ ने कहा कि भाजपा के कई नेता उनके संपर्क में हैं। जिन नेताओं को भाजपा या अन्य दलों से लिया जाएगा, वहां के स्थानीय नेताओं से पूछने के बाद ही फैसला होगा। वहीं उन्होंने कहा कि पार्टी लगातार 30 साल से जिन क्षेत्रों में हार रहे हैं, वहां विधायकों के माध्यम से जमीनी सर्वे करा रहे हैं। उनसे दस दिन में रिपोर्ट मांगी है। जीतने वाले प्रत्याशियों को मिलेगा टिकट विधानसभा चुनाव में 60 साल की उम्र से ज्यादा वाले और संगठन के पदाधिकारियों को टिकट नहीं दिए जाने के मापदंड पर कमलनाथ ने कहा कि इस तरह के मापदंड नहीं होंगे। जो जीतने वाला प्रत्याशी होगा, उसे टिकट दिया जाएगा। कमलनाथ ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दावेदारों से 50 और 25 हजार रुपए लेकर आवेदन लिए जाने का फैसला वापस हो चुका है और जो राशि ली गई थी वह वापस की जाएगी। इससे मैं भी सहमत नहीं था। आज चुनाव स्थानीय मुद्दों पर लड़े जाते हैं पीसीसी से चुनाव नहीं जीता जा सकता है। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ही गांव में संगठन बना सकती है। आज चुनाव बहुत स्थानीय हो गए हैं। पहले यह पहचान आसान थी कि कौन-सा गांव कांग्रेस समर्थित है और कौन-सा भाजपा। आज एक ही घर में यह नहीं कहा जा सकता है, कौन-किसको वोट देगा। यह राजनीति आज समझनी है। अमित शाह के रोड शो पर उन्होंने चुटकी ली कि अब शो की राजनीति नहीं चलेगी, बल्कि उपलब्धियों का हिसाब देने की राजनीति करना होगा। सीएम अहसास कर रहे प्रदेश में क्या मूड है मुख्यमंत्री के एक कार्यक्रम में कुर्सी को लेकर दिए गए बयान पर कमलनाथ ने कहा कि इससे लगता है उन्हें भी अब यह अहसास हो चला है कि ज्यादा दिन की कुर्सी नहीं है। आज प्रदेश में ऐसी परिस्थितियां बन गई हैं कि किसान, नौजवान, मजदूर, व्यापारी, महिला हर वर्ग परेशान है। गुमराह करने की राजनीति से काम नहीं चलेगा, बल्कि आज वे हिसाब दें कि कितने नौजवानों को रोजगार मिला, किसान कितने खुशहाल हैं, महिलाएं कितनी सुरक्षित हैं, कितना निवेश आया।