मानव शास्त्रीय जातिगत अनुसंधान कराएगा मीना समाज

एक माह में प्रस्तुत करनी होगी प्रदेश की सर्वे रिपोर्ट

भोपाल, केंद्र तथा मध्यप्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित मापदंड के अनुसार मध्य प्रदेश मीना समाज सेवा संगठन द्वारा मानव शास्त्रीय जातिगत अनुसंधान कराया जा रहा है। इसके लिए संगठन द्वारा रविवार को आयोजित संगठन की प्रांतीय और जिला कार्यकारिणी की मासिक बैठक में मानव शास्त्रीय अनुसंधान समिति का गठन किया गया है। मीना भवन, हमीदिया रोड स्थित प्रांतीय कार्यालय में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता संगठन के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश सिंह मीना ने की। उन्होंने कहा कि नवगठित समिति पूरे प्रदेश में मीना समाज का मानव शास्त्रीय सर्वे कर एक माह में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। Ed. Constitution of the committee headed by Santosh Meenaइस अवसर पर संगठन के नवनियुक्त जिला अध्यक्षों, प्रदेश पदाधिकारियों और युवा संगठन के सभी पदाधिकारियों को सम्मान के साथ नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। इसके अलावा आगामी विधानसभा चुनाव में मीना समाज को प्रतिनिधित्व के लिए भाजपा और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्षों से प्रतिनिधि मंडल की भेंट करने के लिए रणनीति तैयार की गई। प्रदेश संगठन महामंत्री ने कहा कि प्रतिनिधि मंडल के रूप में समाज के 100-100 वरिष्ठ प्रतिनिधि भाजपा और कांग्रेस से भेंट करेंगे। इसी तरह छात्रावास निर्माण की समीक्षा और संगठन की अन्य गतिविधियों की समीक्षा के साथ ही आगामी 7 अगस्त को कुंभराज में होने वाले युवा महासम्मेलन तथा प्रस्तावित महिला सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा की गई। प्रदेश अध्यक्ष की अनुमति से अन्य विषयों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। बैठक को संगठन के संरक्षक एवं स्वतंत्रता संग्रामी सेनानी पन्नालाल मीणा, संरक्षक हेमराज मारण,लखनसिंह मीना, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेंद्रसिंह मीना, प्रदेश प्रवक्ता लीलेंद्र सिंह मारण, श्यामसिंह मीना तथा राधेश्याम मीना, प्रदेश प्रचार मंत्री भैयालाल मारण, आईटी सेल प्रदेश अध्यक्ष आशीष मीना, भोपाल जिला अध्यक्ष हरभजन मीना, रायसेन जिला अध्यक्ष अजानसिंह मारण, शजापुर जिला अध्यक्ष डॉ. मनीष सिंह कुराड़ा, राजगढ़ जिला अध्यक्ष दीनदयाल मीना, सीहोर जिला अध्यक्ष सोदानसिंह मीना, मोहन मीना अचारपुरा, भोपाल जिला युवा अध्यक्ष मनफूल मीना, राजगढ़ जिला युवा अध्यक्ष डॉ. रवींद्र सिंह मीना आदि ने संबोधित किया। इस अवसर पर भोपाल, रायसेन, विदिशा, राजगढ़, होशंगाबाद, हरदा, गुना, मुरैना, शिवपुरी, श्योपुर, ग्वालियर, सीहोर, रतलाम, मंदसौर, नीमच आदि जिला से आए सैकड़ों समाजबंधु मौजूद थे।