पशुपालन पशुमित्र योजना के तहत 5000 बेरोजगार युवाओं को मिलेगा रोजगार

पशुपालन पशुमित्र योजना के तहत 5000 बेरोजगार युवाओं को मिलेगा रोजगार

जयपुर।  राज्य में बेरोजगारी पर निरंतर प्रहार कर रोजगार के नए अवसर विकसित करने की दिशा में त्वरित कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में पशुपालन रोजगार एवं आय में वृद्धि के अवसर उपलब्ध करवाने वाला क्षेत्र बनकर उभर रहा है। इसी के मद्देनजर रखते हुए राज्य में पशुपालकों को बेहतर सुविधा के साथ युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया जा रहा है।

पशुपालन विभाग के शासन सचिव श्री कृष्ण कुणाल ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा बजट घोषणा के अंतर्गत पशुपालकों को डोर स्टेप पर पशुपालन विभाग की विभिन्न सुविधाओं यथा टैगिंग, टीकाकरण, बीमा, पशुओं की नस्ल सुधार के लिए कृत्रिम गर्भाधान, गर्भ परीक्षण आदि से लाभान्वित करवाने के उद्देश्य से प्रदेश में पशुमित्र योजना की घोषणा की गयी थी। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही प्रदेश में पशुमित्र पशुपालन विभाग की विभिन्न सुविधाओं को पशुपालकों के द्वार पर उपलब्ध करवाएंगे, साथ ही विभाग की विभिन्न योजनाओं से भी जागरूक करेंगे, जिससे प्रदेश में पशुपालन के क्षेत्र में आय के संसाधनों में भी वृद्धि होगी साथ ही उन्नत नस्लीय पशुपालन की राह आसान हो सकेगी।

5000 बेरोजगार युवाओं को मिलेगा पशुमित्र बनने का अवसर
श्री कुणाल ने बताया कि योजना के तहत 5000 बेरोजगार युवा प्रशिक्षित पशुधन सहायक/ पशु चिकित्सकों को कार्य निष्पादन अनुसार निर्धारित मानदेय परिलाभ पर पशुमित्र के लिए आवेदन मांगे गए हैं। उन्होंने कहा कि यह योजना पूर्णतः स्वरोजगार के लिए है, इसलिए युवा पशुमित्र से यह अपेक्षित रहेगा कि पूर्ण सेवा भाव के साथ पशुपालकों के हितों के लिए कार्य संपादित करेंगे। उन्होंने कहा कि पशुपालन राज्य की अर्थव्यवस्था की मुख्य धुरी है। इसलिए राज्य में अन्य वर्गों के साथ पशुपालकों के हितों के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया जा रहा है।

पशुमित्र करेंगे महत्वपूर्ण कार्यों का संपादन
अतिरिक्त निदेशक डॉ. नवीन मिश्रा ने योजना की जानकारी देते हुए बताया कि पशुमित्र (पशुचिकित्सक/ पशुधन सहायक) विभागीय गतिविधियां जैसे पशुओं की टैगिंग, कृत्रिम गर्भाधान, गर्भ परीक्षण, टीकाकरण, किसान क्रेडिट कार्ड आवेदन सम्बन्धी समस्याओं का समाधान, पशु बीमा के लिए स्वास्थ्य प्रमाण पत्र जारी करना, रोग-प्रकोप/आकस्मिक स्थिति में पशु चिकित्सा कार्य में सहयोग के साथ समय-समय पर विभागीय उच्च अधिकारियों के दिशा-निर्देशन में कार्य करेंगे। उन्होंने बताया कि पशुमित्र योजना अंतर्गत आवेदन एवं विस्तृत जानकारी के लिए  पशुपालन विभाग की वेबसाइट http://animalhusbandry.rajasthan.gov.in पर जाकर प्राप्त की जा सकती है।

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