65 हजार मतदान केन्द्रों पर तीन लाख कर्मचारी, 160 पर दिव्यांग कराएंगे मतदान

65 हजार मतदान केन्द्रों पर तीन लाख कर्मचारी, 160 पर दिव्यांग कराएंगे मतदान

भोपाल
शाम पांच बजे के बाद चुनावी शोर पूरी तरह थम गया। बाहर से आए नेताओं को देर रात दस बजे तक बाहर करने की कवायद की जा रही है। अब यदि कोई उम्मीदवार प्रचार करते मिला तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। 

प्रदेश में कुल 65 हजार 367 मतदान केन्द्रों पर इस बार कुल 3 लाख 782 कर्मचारी मतदान कराएंगे। इसमें 2 लाख 54 हजार 878 पुरुष और 45 हजार 904 महिजला कर्मी है।प्रदेश में तीन हजार 46 मतदान केन्द्रों पर पूरी तरह महिलाए तैनात होंगी जबकि 160 मतदान केन्द्रों पर दिव्यांग कर्मचारी मतदान कराएंगे।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने बताया कि मध्यप्रदेश के अंतराज्यीय सीमाओं पर बने नाके कल ही सील कर दिए थे। चुनाव से जुड़ेबाहरी राज्यों के व्यक्तियों और मतदान क्षेत्र के बाहर के उम्मीदवारों को दूसरे विधानसभा क्षेत्रों से बाहर किया जा रहा है।यदि कोई बीमारी का बहाना कर रुकेगा तो उसका मेडिकल बोर्ड से परीक्षण कराया जाएगा।

कांताराव ने कहा कि प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया अब सात दिसंबर तक कोई एक्जिट पोल प्रकाशित या प्रदर्शित नहीं कर पाएंगे। जिला कलेक्टर या सीईओ से प्रमाणित किए बिना अब कोई राजनीतिक विज्ञापन प्रकाशित नहीं किया जाएगा। टीवी चैनलों पर अब मतदान समाप्ति तक ऐसे कार्यक्रम नहीं किए जाएंगे जिनसे यह लगे कि किसी उम्मीदवार का समर्थन हो रहा है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में केन्द्र सरकार के बारह हजार 363 कर्मचारियों को माइक्रो आर्ब्जवर बनाया गया है। जो मतदान केन्द्र के पांच कर्मचारियों के अलावा होंगे और मतदान वाले दिन पूरे घटनाक्रम पर नजर रखेंगे। राव ने बताया कि शराब की बिक्री मतदान समाप्त होंने तक पूरे प्रदेश में बंद कर दी गई है। यदि कोई बेचते पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कार्यवाही होगी। इस बार दिव्यांग मतदाताओं के लिए ब्रेल लिपि वाले मतदाता पहचान पत्र और वोटर पर्ची वितरित की जा रही है। 6655 मतदान केन्द्रों पर वेबकास्टिंग के जरिए सीधा लाइव प्रसारण कराया जाएगा जबकि 64 सौ मतदान केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की गई है। 

टेंडर वोट की व्यवस्था भी की गई है। यदि कोई और वोट डाल जाता है तो टेंडर वोट डलेंगे। सभी मतदान केन्द्रों पर वीवीपेट लगेगी। सात सेकंड तक पर्ची दिखेगी। मॉकपोल में नोटा सहित प्रत्येक अभ्यर्थी को एक वोट देकर मशीनों की जांच की जाएगी। मॉकपोल स्पिल को सील कर पिंक पेपर से सील कर रखा जाएगा।