नीलक्रांती योजना के 70 लाख रुपए मछली पालन विभाग के कर्मचारी ने हड़पे

नीलक्रांती योजना के 70 लाख रुपए मछली पालन विभाग के कर्मचारी ने हड़पे
भोपाल, मछली पालन विभाग के कर्मचारी ने अपने भाई और पत्नी के साथ मिलकर 70 लाख रुपए राशि हड़प ली। आरोपियों ने नीलक्रांती योजना के तहत मिलने वाली राशि को बैंक कर्मचारियों के साथ मिलकर उसे होल्ड खाते से निकाला। कलेक्टर के आदेश जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में उन्हें दोषी भी पाया। इस मामले की शिकायत आईजी तक लिखित आवेदन देकर की गई थी, लेकिन मजेदार बात यह है कि जिस अधिकारी को जांच करने का जिम्मा दिया गया है कि उसका तबादला कर दिया गया। जानकारी के मुताबिक शिवाजी नगर निवासी डीपी साहू पिता डेल सिंह साहू मछली पालन विभाग में सहायक संचालक हैं। उन्होंने पुलिस अफसरों को आवेदन देते हुए बताया था कि विभाग के कर्मचारी संजय बाथम ने अपने भाई सुनीम बाथम, पत्नी शैलेजा बाथम समेत 38 सदस्यों के साथ मिलकर समिति बनाई थी। इस समिति को आनंद नगर स्थित घोड़ा पछाड़ डेम में केज लगाकर मछली पालन करना था। केंद्र सरकार की नीलक्रांती योजना के तहत विभाग को 1.58 लाख रुपए की राशि दी गई थी, और वह रकम एसबीआई के सुल्तानिया रोड स्थित खाते में जमा थी। विभाग ने खाते को होल्ड पर रखा हुआ और एनओसी मिलने के बाद रकम दी जाती। इसके बावजूद भी विभाग के कर्मचारी संजय बाथम ने बैंक के कर्मचारियों के साथ मिलकर होल्ड खाते से अपनी पत्नी शैलजा बाथम के खाते में 70 लाख रुपए की रकम आरटीजीएस के माध्यम से खाते में ट्रांसफर करवा ली थी। सहायक संचालक डीपी साहू ने बताया कि उनके पुलिस अफसरों को शिकायत करते ही उनका तबादला सीधी कर दिया गया है। जबकि इस मामले में कलेक्टर ने चार सदस्य कमेटी से पूरे मामले की जांच कराई थी। जांच के बाद दोषी लोगों पर केस दर्ज कराने के लिए पुलिस को पत्र लिखने के आदेश दिए थे। 18 जून को उन्होंने शिकायत की थी, तो शाम को ही उनका तबादला कर दिया गया। जबकि इस मामले में उन्हें दोषी पर कार्रवाई करवाना थी। इस मामले में ईओडब्लयू जांच कर एफआईआर दर्ज करेगा।