81 साल की दादी ने BDC पद के लिए किया नामांकन

कानपुर
बॉलीवुड से लेकर लंदन रिटर्न तक इस बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे है। तो वहीं, कानपुर जिले में अपनी जिंदगी के 81 बसंत देख चुकीं चौबेपुर के रूद्रपुर बैले गांव की रानी देवी ने बीडीसी का नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। रानी देवी उम्र के उस पड़ाव मैदान में उतरी हैं, जब लोगों का चलना फिरना तक मुश्किल हो जाता है। हालांकि, 81 साल की रानी देवी ने चुनाव लड़ने के पीछे जो वजह बताई वो भी काफी चौंकाने वाली है। दरअसल, 81 साल की रानी देवी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उनके गांव का आज तक विकास नहीं हुआ है। अभी तक गांव की नाली, खड़ंजे टूटे पड़े हैं। वो गांव में नाली, खड़ंजा जैसी समस्याओं का निस्तारण न होने से व्यथित है और चुनाव जीतकर गांव के हालात को ठीक करना चहाती हैं।
81 साल के इस पड़ाव में बीडीसी के लिए पर्चा दाखिल करने वाली रानी देवी ने कहा उन्होंने ये फैसला गांव के लिए बेहतर सुविधाओं और विकास को सुनिश्चित करने के लिए है। उन्होंने कहा, 'किसी भी नेता ने यहां कुछ नहीं किया है। मैं खुद चुनाव लड़ूंगा और बहुत से आवश्यक बदलाव लाऊंगा।' चिलचिलाती धूप में समर्थकों के साथ 81 साल की रानी गांव की पगडंडियों में चुनाव प्रचार कर रही हैं। रुद्रपुर बैल सीट जब महिला आरक्षित हुई, तो परिवार में चर्चा होने लगी कि घर की किसी बहू को चुनाव में उतारा जाए। तब रानी देवी आगे आईं और बोली तुम लोग घर संभालों वे खुद चुनाव लड़ेंगी। बता दें कि रानी देवी पूरे जिले की अकेली ऐसी महिला प्रत्याशी हैं, जिनकी उम्र 81 वर्ष है।
हालांकि, मीडिया द्वार यह पूछे जाने पर कि किसी के कहने पर तो आप पर्चा दाखिल करने नहीं आयीं, उनका स्पष्ट कहना था कि वह अपनी मर्जी से चुनाव लड़ रही हैं और यदि मौका मिला तो वह के उम्र के इस पड़ाव में लोगों की सेवा करने का पूरा प्रयास करेंगी। हालांकि, रानी देवी को उनके घर वालों ने मना किया, लेकिन उन्होंने सबको ललकारते हुए कहा, तुम पंचै घर मां चुपा कै बैठो हम चुनाव लड़क और गांव मां काम करैबे। बुजुर्ग की जिद के आगे परिजनों को झुकना पड़ा।