शुगर और ब्लडप्रेशर के मरीजों के लिए ब्रम्हास्त्र है परवल, जानिए इसके फायदे

शुगर और ब्लडप्रेशर के मरीजों के लिए ब्रम्हास्त्र है परवल, जानिए इसके फायदे

परवल हर मौसम में पायी जाने वाली सब्जी है, जो हर जगह, हर समय व हर मौसम बाजार में उपलब्ध है। इसका सेवन कर डायबिटीज जैसी बीमारी पर नियंत्रण पाया जा सकता है। इसमें बहुत से विटामिन्‍स, मिनिरल्‍स पाए जाते हैं जो इसे हमारी सेहत के लिए बहुत ही उपयोगी बना देते हैं। इसमें विटामिन ए, विटामिन बी1, बी2, विटामिन सी, कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्‍नीशियम, फॉस्‍फोरस जैसे कई पोषक तत्‍व पाए जाते हैं। इसका उपयोग मूत्र सं‍बंधी समस्‍याओं और मधुमेह के इलाज में मुख्‍य रूप से किया जाता है. इसके अलावा इसे कब्‍ज, स्किन प्रॉब्‍लम, पाचन संबंधित प्रॉब्‍लम, एजिंग, पीलिया आदि के नियंत्रण में भी उपयोग में लाया जाता है।

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इलाहाबाद विश्वविद्यालय के भौतिकी विज्ञान विभाग के प्रो. केएन उत्तम के निर्देशन में शोध छात्रा श्वेता शर्मा, छवि बरन, आराधना त्रिपाठी, आरती जायसवाल, अभिसारिका भारती तथा ऐश्वर्य अवस्थी ने परवल में उपस्थित तत्वों की जांच की। उन्होंने पाया कि परवल में सोडियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, मैग्नीज, लोहा, टिटैनियम, कैल्शियम के साथ-साथ क्रोमियम जैसे तत्व मौजूद होते हैं।

डायबिटीज और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों को नियंत्रित करने में कारगर 

इन तत्वों  के कारण परवल डायबिटीज और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों को नियंत्रित करने में कारगर है। इस आशय का शोध पत्र टेलर एवं फ्रांसिस द्वारा प्रकाशित अंतरराष्ट्रीय पत्रिका 'एनालिटिकल लेटर' में विचाराधीन है।

16-18 नवंबर को वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में इस शोध से प्राप्त परिणामों को की जानकारी साझा करने के लिए बुलाए गए हैं। 

शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करता है परवल

परवल में क्रोमियम पर्याप्त मात्रा  होता है। क्रोमियम की मात्रा अधिक होने के कारण यह पित्ताशय में उपस्थित इंसुलिन को सक्रिय कर शरीर में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करता है।
परवल में उपस्थित सोडियम और पोटेशियम शरीर में पानी के स्तर, कोशिकाओं व रक्तचाप के कार्य को भी सुचारू रूप से संचालित करता है। कैल्शियम शारीरिक सौंदर्य व हड्डियों की मजबूती के लिए आवश्यक है। परवल में उपस्थित मैग्नीज व मैग्नीशियम शरीर में आलस्य, रक्तदाब, अनिद्रा जैसी बीमारियों से छुटकारा दिलाने में सहायक होते हैं। 

खून की सफाई करता है 

ब्‍लड प्‍यूरीफाई करने में यह बहुत उपयोगी माना जाता है.आयुर्वेद के अनुसार, यह हमारे शरीर के ब्‍लड को साफ करने में मदद करता है और स्किन की देखभाल करता है. दरअसल शरीर में खून की सफाई होना बहुत ही जरूरी है जिससे कई तरह की बीमारियों से हमारा बचाव होता है . ऐसे में परवल ब्‍लड को साफ तो करता ही है, आपके रक्‍त प्रवाह को भी ठीक रखता है.

फ्री रेडिकल्‍स के अणुओं को नियंत्रित रखता है

परवल में एंटी ऑक्‍सीडेंट, विटामिन ए और सी मौजूद होता है जो फ्री रेडिकल्‍स के अणुओं को नियंत्रित रखता है और एजिंग की प्रक्रिया को कम कर देता है.

ब्‍लड शुगर करे नियंत्रित

हालांकि ब्‍लड शुगर एक लाइफ स्‍टाइल और वंशानुगत से जुड़ी बिमारी है लेकिन खान पान में बदलाव लाकर आप इसे कंट्रोल में रख सकते हैं. जब भी आप परवल बनाते हैं तो इसके बीज को ना फेकें. परवल को अपने भोजन में रेग्‍युलरली शामिल करें, यह आपके ब्‍लड शूगर के लेवल को नियं‍त्रण में रखेगा.

कैलोरी कम, फाइबर भरपूर

परवल में कैलोरी बहुत ही कम होती है और फाइबर भी भरपूर होता है. ऐसे में अगर आप नियमित परवल का सेवन करते हैं तो यह आपके वजन को बढ़ाएगा नहीं. यह आपके पेट को भी भरा रखता है जिससे आपको जल्‍दी भूख नहीं लगती. यह फूड क्रेविंग को भी कम करता है.

फ्लू और ठंड से आपको दूर रखता है

आयुर्वेद के अनुसार परवल आपके इम्‍यूनिटी को बढ़ाता है. यह बदलते मौसम में होने वाले फ्लू और ठंड से आपको दूर रखता है.

पाचनतंत्र में सुधार करता है

लिवर के लिए परवल फायदेमंद है इसलिए यह पीलिया के इलाज में भी काफी काम आता है. यह लिवर की कार्य क्षमता को बढ़ाता है और पाचनतंत्र में सुधार करता है.

परवल के अन्‍य आयुर्वेदिक उपयोग और प्रयोग का तरीका

सिर में दर्द हो तो परवल के जड़ को पीसकर सिर में लगाएं. दर्द में राहत मिलेगा.

परवल के पत्‍ते को घी में फ्राई कर खाने से आंखों की समस्‍या दूर होती है.

हार्पिस रोग में परवल के पत्‍ते, मूंग दाल और आमल रस का काढ़ा बनाकर पिएं, दर्द से राहत मिलेगी .

स्‍मॉल पॉक्‍स के शुरुआती लक्षण के दौरान इसके जड़ और पत्‍ते को मुलेढ़ी के साथ मिलाकर इसका काढ़ा पीने से राहत मिलेगी .

धनिया के साथ परवल के पत्‍ते और जड़ को बराबर मात्रा में लें और काढ़ा बनाएं, इससे बुखार उतरेगा.