अब ड्रोन बनाएंगे क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी, गरुड़ एयरोस्पेस में निवेश किया

अब ड्रोन बनाएंगे क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी, गरुड़ एयरोस्पेस में निवेश किया

नई दिल्ली, भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी ने चेन्नई स्थित भारतीय ड्रोन स्टार्टअप गरुड़ एयरोस्पेस में निवेश किया है। हालांकि, उन्होंने कितना निवेश किया है, इसका खुलासा नहीं किया गया है। इसके अलावा वह ब्रांड एंबेसडर के रूप में स्टार्टअप से भी जुड़ गए हैं। एमएस धोनी ने कहा, "मैं गरुड़ एयरोस्पेस का हिस्सा बनकर खुश हूं और उनके द्वारा पेश किए जाने वाले ड्रोन समाधानों के साथ उनकी विकास कहानी को देखने के लिए उत्सुक हूं।"

PM मोदी ने  बताया था ड्रोन को घर-घर तक पहुंचाने का रोडमैप
भारत में तेजी से ड्रोन का कारोबार फैलने वाला है। पिछले दिनों दिल्ली में ड्रोन महोत्सव का आयोजन किया गया था। इस महोत्सव का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। उन्होंने ड्रोन को घर-घर तक पहुंचाने का रोडमैप बताया था, खासकर किसानों के लिए ड्रोन कैसे मददगार बनने वाला है।

कंपनी के संस्थापक ने की पुष्टि
गरुढ़ एयरोस्पेस के संस्थापक जयप्रकाश ने बताया, 'धोनी ने एक निवेशक और ब्रांड अंबेसडर के तौर पर हमसे जुड़ने का फैसला किया है। उन्होंने वह सब देखा जो हम हासिल करना चाहते हैं और उन्होंने पूरी तरह हमारे विज़न पर भरोसा किया। हमें उनसे बेहतर पार्टनर और एंबेसडर नहीं मिल सकता था।'

ड्रोन इंडस्ट्रीज को बढ़ावा दे रहे पीएम मोदी 
पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली में भारत ड्रोन महोत्सव का उद्घाटन करते हुए कहा था, "मुझे उम्मीद है कि भविष्य में ड्रोन के उपयोग में और प्रयोग होंगे। मैं फिर से देश और दुनिया भर के निवेशकों को आमंत्रित कर रहा हूं। उद्योग, ड्रोन को लोगों के लिए अधिक सुलभ बनाने के लिए मैं विशेषज्ञों से भी अपील कर रहा हूं। मैं युवाओं से अपील करना चाहता हूं कि नए ड्रोन स्टार्टअप सामने आने चाहिए।"

कोविड-19 के दौरान बहुत काम आए थे गरुड़ ड्रोन
गरुड़ कंपनी के ड्रोन कोविड-19 महामारी के पीक पर बेहद काम आए थे. इन ड्रोनों की मदद से सेनिटाइजेशन के काम किए जाते थे। वाराणसी, रायपुर, चेन्नई और हैदराबाद जैसे शहरों में इस कंपनी के ड्रोन दवाइयां पहुंचाने में भी उपयोग किए गए थे। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में स्वामित्व योजना के तहत इस कंपनी के ड्रोन से 1000 गांवों की मैपिंग की गई थी। यह मालिकाना हक के डिजिटल रिकॉर्ड बनाने के लिए की गई थी।

2015 में शुरु हुई है गरुड़ एयरोस्पेस
गरुड़ एयरोस्पेस एक स्टार्ट-अप था जो साल 2015 में शुरू हुआ। इसने 7 साल के अंदर काफी प्रभाव छोड़ा है। यह कंपनी कम कीमतों वाले ड्रोन तैयार करती है। यहां करीब 38 अलग-अलग उपयोगों के लिए ड्रोन तैयार किए जाते हैं, इनमें सेनिटाइसेशन, कृषि में छिड़काव, मैपिंग, इंडस्ट्रीज, सिक्योरिटी, डिलिवरी और सर्विलांस जैसी एप्लीकेशन शामिल हैं।

कृषि ड्रोन स्टार्टअप जनरल एरोनॉटिक्स में अडानी का भी निवेश
बता दें कि अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की सब्सिडियरी कंपनी अडानी डिफेंस सिस्टम्स एंड टेक्नोलॉजीज लिमिटेड ने 27 मई 2022 को कृषि ड्रोन स्टार्टअप जनरल एरोनॉटिक्स में 50% हिस्सेदारी खरीद ली है। अडानी एंटरप्राइजेज ने कहा कि इस  अधिग्रहण की प्रक्रिया 31 जुलाई, 2022 तक पूरी कर ली जाएगी।

अंबानी की कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स की दो सब्सिडरी कंपनियां भी ड्रोन बना रही 
वहीं, दूसरी तरफ मुकेश अंबानी की कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स की दो सब्सिडरी कंपनियां भी ड्रोन बना रही है। बेंगलुरु स्थित ‘एस्टेरिया एयरोस्पेस लिमिटेड’ एक फुल-स्टैक ड्रोन टेक्नोलॉजी कंपनी है जो ड्रोन हार्डवेयर के साथ सॉफ्टवेयर पर भी काम करती है। वहीं जियो प्लेटफॉर्म्स से जुड़ी दूसरी कंपनी ‘सांख्यसूत्र लैब्स’ मल्टीफिजिक्स, एरोडायनामिक्स सिमुलेशन सॉफ्टवेयर और डीप टेक्नोलॉजी की एक्सपर्ट है।