कर्मचारी मंच ने निर्वाचन आयोग से की मांग, मतदान से वंचित कर्मचारियों से डलवाए वोट
भोपाल। चुनाव ड्यूटी में व्यस्त होने एवं अन्य कारणों से लाखों शासकीय कर्मचारी, पुलिस कर्मी, अतिथि शिक्षक मतदान से वंचित रह गए हैं। मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर मांग की है कि मतदान से वंचित रह गए कर्मचारियों को पोस्टल वोट से मतदान करने का अवसर प्रदान किया जाए। पोस्टल बैलेट के लिए प्रदेश के प्रत्येक जिले में एक स्थान पर केंद्र बनाया जाए और कर्मचारियों को सूचना देकर मतदान कराया जाए। इस प्रकार का प्रयोग करके खंडवा जिले में जिला प्रशासन मतदान से वंचित कर्मचारियों से पोस्टल बैलट के आधार पर 20 नवंबर को मतदान कर चुका है।
मंच ने पूर्व में ही निर्वाचन आयुक्त को अवगत कराया था
मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच के प्रांत अध्यक्ष अशोक पांडे ने बताया कि कर्मचारी मंच ने पूर्व में ही निर्वाचन आयुक्त को अवगत कराया था कि रीवा, सतना, सीधी, शहडोल, खंडवा, मुरैना, भिंड, शिवपुरी, सीहोर, राजगढ़ सहित प्रदेश के अन्य जिलों के शासकीय कर्मचारी, पुलिस कर्मचारी, अतिथि शिक्षक चुनाव ड्यूटी में लगे होने एवं दूसरे जिले में स्थानांतरण के कारण अन्य स्थान पर पदस्थ होने के कारण चुनाव ड्यूटी में लगे जिले में कर्मचारी का मतदान केंद्र ना होने के कारण तथा निर्वाचन अधिकारियों की समुचित व्यवस्था न होने कारण लाखों कर्मचारी मतदान नहीं कर पाया है। निर्वाचन आयोग खंडवा जिला प्रशासन के निर्णय के अनुरूप प्रदेश में अन्य जिलों में भी मतदान से वंचित कर्मचारियों को पोस्टल वोट के आधार पर मतदान करने का अवसर प्रदान करें। इसलिए निर्वाचन आयुक्त मतदान से वंचित लाखों कर्मचारियों को 3 दिसंबर से पूर्व पोस्टल वोट से मतदान करने का आदेश प्रसारित करें।