राज्यपाल ने 'द राजस्थान अर्बन कॉ-आपरेटिव बैंक और द गुजरात कॉ-आपरेटिव बैंक फेडरेशन लिमिटेड' की संयुक्त संगोष्ठी में भाग लिया

जयपुर। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने सहकारिता से देश की समृद्धि को व्यवहार में क्रियान्वित किए जाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि शहरी सहकारी बैंक के प्रबंध मंडल के सदस्य अपने आपको न्यासी समझें, मालिक नहीं। इसी से भविष्य में उनकी सार्थकता और उपयोगिता जन—जन तक पहुंचेगी। यह होगा तभी बैंक देश में आर्थिक समृद्धि के आधार बनेंगे और इस सहकार भाव से समाज भी तेजी से विकास की ओर आगे बढ़ सकेगा।
राज्यपाल बुधवार को एक निजी होटल में 'द राजस्थान अर्बन कॉ—आपरेटिव बैंक और द गुजरात कॉ—आपरेटिव बैंक फेडरेशन लिमिटेड' की संयुक्त संगोष्ठी में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने शहरी सहकारी बैंकों को लोगों के रोजगार और आय सृजन के लिए महती कार्य करने पर भी जोर दिया।
उन्होंने कहा कि कॉपरेटिव बैंक और सहकारी समितियों का मूल ध्येय "सबका साथ, सबका विकास" होना चाहिए। बैंक युगानुरूप अधिक समावेशी, कुशल और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनेंगे तभी हम 'विकसित भारत' के स्वप्न को उनके जरिए साकार कर सकेंगें।