RSS प्रमुखपहुंचे उज्जैन, मालवा प्रांत के प्रमुख स्वयं सेवकों से मंथन, 22 तक उज्जैन में रहेंगे

RSS प्रमुखपहुंचे उज्जैन,  मालवा प्रांत के प्रमुख स्वयं सेवकों से मंथन, 22 तक उज्जैन में रहेंगे

इस्कान में पूजन किया, अभेद किलेनुमा पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था

brijesh parmar
उज्जैन। शनिवार रात उज्जैन पहुंचे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत ने रविवार को मालवा प्रांत के पदाधिकारी स्वयं सेवकों के साथ तीन सत्र में बैठक करते हुए कोरोना काल में शिथिल हुई शाखाओं को पून: जागृत करने पर विचार किया है। इसके पूर्व उन्होंने इस्कान मंदिर में सुबह पूजन पाठ किया। तीन दिवसीय उज्जैन प्रवास पर आए है।

शनिवार रात ट्रेन से उज्जैन पहुंचे संघ प्रमुख सख्त सुरक्षा व्यवस्था के साथ सीधे इस्कान मंदिर परिसर के विश्राम स्थल पहुंचे थे। यहां उन्होंने रात में ही 90 से अधिक मालवा प्रांत के स्वयंसेवकों से चर्चा की। उनके उज्जैन स्टेशन पर पहुंचने से पहले रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था।

डॉ. भागवत 22 फरवरी तक उज्जैन में रहेंगे। वे इस्कॉन मंदिर में रुकेंगे।मंदिर परिसर से लेकर आराधना भवन, रेलवे स्टेशन, महाकाल मंदिर सहित नव निर्मित भवन विद्या भारती पर 600 से अधिक पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को सुरक्षा में लगाया गया है। महानगर प्रचार प्रमुख धर्मेन्द्र सिंह परिहार ने बताया कि सरसंघचालक का प्रवास सभी प्रांतों में होता है। इसी क्रम में इस वर्ष इनका प्रवास मालवा प्रांत में है। परिहार के अनुसार रविवार को संघ प्रमुख ने 3 सत्र की बैठक की। इन बैठकों में मालवा प्रांत के संघ पदाधिकारीगण शामिल हुए। बैठकों में कोरोना काल में शिथिल शाखाओं को पून: जागृत करने,अगले तीन वर्षों में संघ की मालवा प्रांत में योजनाओं  के साथ ही परिवार प्रबोधन एवं सामाजिक समरसता को लेकर समाज में जाने के कार्यों पर विस्तार से चर्चा की गई है।

मंदिर परिसर को सजाया गया
आरएसएस प्रमुख के आगमन से पहले इस्कान मंदिर परिसर को सजा दिया गया । मंदिर में शिवाजी और महापुरुषों की बड़ी रंगोली प्रवेश द्वार के पास बनाई गई है। इस्कॉन में खाने बैठक व्यवस्था के लिए कार्यकर्ताओं को लगाया गया है। परिसर में आम श्रद्धालुओं पर रोक लगी हुई है।

भस्म आरती में शामिल होंगे
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत महाकाल मंदिर में होने वाली भस्म आरती में सोमवार को शामिल होंगे। इसके लिए शनिवार को सुरक्षा टीम ने रिहर्सल की थी। इस्कान स्थित विश्राम स्थल से लेकर श्री महाकालेश्वर मंदिर मार्ग के आवागमन मार्ग पर पुलिस ने पहरा लगा रखा है।

इस्कॉन दर्शन
महानगर प्रचार प्रमुख धर्मेन्द्र सिंह परिहार के अनुसार तीन दिवसीय उज्जैन प्रवास पर पधारे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डा.मोहन भागवत ने रविवार को सुबह इस्कॉन मंदिर दर्शन किये।

मंदिर परिसर में उनकी अगवानी इस्कॉन के बोर्ड मेंबर राघव पंडित दास एवं  प्रेजिडेंट धीर गोर दास ने की। तत्पश्चात तीनों मुख्य मंदिरों के दर्शन पश्चात संघ प्रमुख ने इस्कॉन के संत भक्तिचारु महाराज की समाधि पर पुष्प अर्पित कर आदरांजलि दी।इस्कॉन के प्रतिनिधि मंडल ने चर्चा में बताया कि भारत में धर्म में पहली घर वापसी भी इस्कॉन के माध्यम से ही हुई थी।यह संयोग ही है कि संघ प्रमुख का इस्कॉन पधारना इस्कॉन संस्थापक श्री प्रभुपाद जी की 125 वी जन्म जयंती वर्ष है।इस समय विश्व मे इस्कॉन 750 से ज्यादा और भारत मे 331 मंदिरों के माध्यम से कृष्ण भक्ति मार्ग दिखा रहा है।इस्कॉन मंदिर समिति द्वारा श्री भागवत जी को प्रभुपाद जी की भगवा शॉल पहना कर अभिनंदन किया गया,राघव पंडित दास जी ने बालभोग प्रसाद  श्री भागवत जी को प्रदान किया गया।