कश्मीर : जंगलों में छिपे आतंकी 1-2 दिन के मेहमान, ऑपरेशन अंतिम चरण में

कश्मीर : जंगलों में छिपे आतंकी 1-2 दिन के मेहमान, ऑपरेशन अंतिम चरण में

नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में रविवार सुबह आतंकवाद विरोधी अभियान में दो पुलिसकर्मी और सेना का एक जवान घायल हो गया। अधिकारियों ने कहा कि पुंछ जिले में रविवार सुबह एक जंगल में सेना और पुलिस संयुक्त तलाशी अभियान चला रही थी, तभी आतंकवादियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। गोलीबारी के बाद जवानों ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया और ताजा मुठभेड़ शुरू हो गई। हालांकि सुरक्षाबलों का कहना है कि आतंकियों को बेहद कम इलाके में घेर लिया गया है और वो 1-2 दिन के मेहमान हैं।

दरअसल, पुंछ के भट्टा दूरियां के जंगल मे सेना की आतंकियों के साथ सुबह से भारी गोलाबारी हो रही है। फायरिंग में पुलिस के दो जवान और सेना का एक जवान घायल हो गए हैं। आतंकियों के साथ पिछले 14 दिनों से जारी मुठभेड़ अब अंतिम चरण है। सूत्रों का कहना है कि सेना ने आतंकियों को बहुत कम हिस्से में घेर लिया है। अब किसी भी वक्त फाइनल हमला हो सकता है, इस मुठभेड़ में पहले ही सेना के दो जेसीओ समेत नौ जवान शहीद हो चुके हैं।

लिहाजा सेना बहुत फूंक फूंक कदम उठा रही है, ताकि अब कोई उसका नुकसान ना हो भले ही एनकाउंटर कितना लंबा खिंच जाए, इससे पहले सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे 19 अक्टूबर को हेलीकॉप्टर से पुंछ में चल रही मुठभेड़ का मुआयना किया था। जंगलों में 10 अक्टूबर से ही आतंकियों के साथ मुठभेड़ जारी है। पहले पुंछ के डेरा वाली गली में 10 अक्टूबर की रात को आतंकियों के साथ मुठभेड़ हुई थी, इसमे एक जेसीओ समेत पांच जवान शहीद हो गए। इसके बाद आतंकियों के इसी ग्रुप की तलाश में पुंछ के नार खास के जंगलों में 14 अक्टूबर को सेना के जवान गए।

इस हमले से दो जवान फिर शहीद हो गए। एक जेसीओ और एक जवान लापता हो गए। इन दोनों का शव 16 अक्टूबर को मिला। सेना डेरा की गली और नार खास के जंगलों में आतंकियों की तलाश करने में जुटी है। सुरक्षा बलों को इन जंगलों में ऐसे गुफा की तरह ठिकाने मिले है, जहां आतंकियों छिपे रहते थे। हाल के कई सालों में पहली बार एक एनकाउंटर में सेना ने अपने दो अधिकारियों और सात जवानों को खोया है। सुरक्षा बलों का कहना है कि ऊंची पहाड़ियों और घने जंगल होने से करवाई में परेशानी हुई। बारिश से चारों ओर धुंध हो गई है, जिस वजह ऑपेरशन में दिक्कत हुई पर अब आतंकी एक दो दिन के मेहमान है।