राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020: राजस्थान राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद करेगी प्रदेश के कुलपतियों के साथ विचार मंथन
जयपुर । राजस्थान राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए व्यापक स्तर पर किए जा रहे प्रयासों को लेकर मंगलवार को राजस्थान विश्वविद्यालय के मानव संसाधन विकास केंद्र में प्रातः 11 बजे से 15 विभिन्न राज्यवित्तपोषित विश्वविद्यालयों के कुलपतियों का एक दिवसीय सघन विचार मंथन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
परिषद के सदस्य सचिव डॉ संजय लोढ़ा ने बताया कि कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता उच्चशिक्षा राज्यमंत्री श्री राजेंद्र सिंह यादव करेंगे। मुख्य उदबोधन उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव श्री भवानी सिंह देथा तथा विशिष्ट उदबोधन राजभवन के प्रमुख सचिव सुबीर कुमार द्वारा दिया जायेगा। प्रदेश में पहली बार इस तरह की विमर्श गोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है।
परिषद उपाध्यक्ष प्रो दरियाव सिंह चुण्डावत ने बताया कि जून, 2022 में माननीय राज्यपाल द्वारा विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संदर्भ में निर्देश प्रदान किए गए थे, जिसके तहत विश्वविद्यालय स्तर पर माइक्रो टास्क फोर्स बनाने का भी निर्णय लिया गया था। केंद्र सरकार से भी नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के संदर्भ में राज्य के द्वारा समय सीमा साझा की गयी है।
इसी संदर्भ में विश्वविद्यालयों की तैयारी जानने, संस्थागत विकास योजना बनाने, स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर पर लचीले पाठ्यक्रम बनाने, क्रेडिट बैंक का निर्माण करने, उद्योग और अकादमिक लिंकेज की स्थापना सहित राष्ट्रीय शिक्षा नीति के कई विषयों पर मंथन करने के लिए गोष्ठी में तीन तकनीकी सत्रों का आयोजन किया जाएगा। राज्य भर के 15 कुलपतियों द्वारा प्रस्तुतीकरण दिया जाएगा। तकनीकी सत्र की अध्यक्षता प्रो. बी एम शर्मा, प्रो. आर एस बारेठ तथा प्रो. एल एन हर्ष करेंगे।
बैठक में कुलपतियों के अलावा उच्च शिक्षा परिषद् के सदस्य, विश्वविद्यालयों के नई शिक्षा नीति के प्रभारी और गुणवत्ता प्रकोष्ठ के उच्चाधिकारी भी भाग लेंगे।
उच्च शिक्षा सलाहकार प्रो. अजय कुमार गहलोत समापन सत्र को सम्बोधित देंगे और आयुक्त कॉलेज शिक्षा सुनील शर्मा राजकीय महाविद्यालयों में नई शिक्षा नीति की क्रियान्विति की प्रगति समीक्षा का ब्यौरा देंगे।
संगोष्ठी से हासिल सीख और भावी रणनीति के अलोक में इससे उपजे नवनीत से शैक्षिक जगत को होने वाले लाभ इत्यादि पर उद्बोधन परिषद् के सदस्य सचिव प्रो संजय लोढ़ा द्वारा दिया जायेगा।