श्रीकृष्ण जन्मभूमि व शाही ईदगाह मामले में नया मोड़, 1 जुलाई को सुनवाई करेगा कोर्ट 

श्रीकृष्ण जन्मभूमि व शाही ईदगाह मामले में नया मोड़, 1 जुलाई को सुनवाई करेगा कोर्ट 

मथुरा।  वाराणसी के बहुचर्चित ज्ञानवापी मस्जिद विवाद के तूल पकड़ने के बाद अब मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि व शाही ईदगाह मामले में भी बुधवार को नया मोड़ आता दिख रहा है।  यहां अखिल भारतीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश कौशिक ने शाही ईदगाह में लड्डू गोपाल के अभिषेक की इजाजत को लेकर सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में प्रार्थना पत्र दाखिल किया है। कोर्ट ने उनकी यह याचिका स्वीकार करते हुए सुनवाई के 1 जुलाई की तारीख तय की है। 

लड्डू गोपाल के जलाभिषेक की मांग करने की पहली याचिका 
बता दें कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह मामले में अभी तक दायर सभी याचिकाओं में 13.37 एकड़ भूमि को कब्जा मुक्त कराए जाने की प्रार्थना की गई है।  हिंदू महासभा की यह याचिका अब तक की ऐसी पहली याचिका है, जिसमें शाही ईदगाह में लड्डू गोपाल के जलाभिषेक की मांग करने की मांग की गई है। 

जलाभिषेक करने में कामयाब नहीं हो सकी सकी थी हिंदू महासभा 
अखिल भारत हिंदू महासभा ने इससे पहले 6 दिसंबर 2021 को शाही ईदगाह में लड्डू गोपाल के जलाभिषेक का ऐलान किया था। हालांकि प्रशासन की सख्ती के कारण अखिल भारत हिंदू महासभा जलाभिषेक करने में कामयाब नहीं हो सकी थी।  ऐसे में महासभा ने इजाजत के लिए मथुरा सिविल कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, जिस पर एक जुलाई को सुनवाई होनी है। 

शाही ईदगाह अवैध तरीके से बनाई गई 
यह पूरा मामला श्री कृष्ण जन्मस्थान की 13.37 एकड़ भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने को लेकर है। हिंदू पत्रकारों का कहना है कि मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान के पास बनी शाही ईदगाह अवैध तरीके से बनाई गई है। उनका दावा है कि ‘असलियत में वहां पर गर्भगृह है, जो कि वास्तविक श्रीकृष्ण जन्मभूमि है। ’ इस दावे के साथ हिंदू पक्ष लगातार न्यायालय से मस्जिद को हटाने और पूरे स्थल का सर्वे कराने की मांग करता चला आ रहा है।