बुलंदशहर हिंसा: इंस्पेक्टर सुबोध की हत्या का आरोपी जीतू फौजी गिरफ्तार, सेना ने STF को सौंपा
मेरठ/बुलंदशहर
बुलंदशहर हिंसा मामले में आरोपी जितेंद्र मलिक उर्फ जीतू फौजी को शनिवार देर रात सेना ने मेरठ में यूपी एसटीएफ को सौंप दिया. गिरफ्तार आरोपी जीतू को लेकर पुलिस मेरठ से बुलंदशहर के स्याना थाने पहुंची है. जीतू को आज ही कोर्ट में पेश किया जाएगा.
एसएसपी अभिषेक सिंह ने कहा कि आरोपी जीतू ने कबूल कर लिया है कि जब भीड़ इकट्ठा हुई तो उस वक्त वो वहां मौजूद था, हालांकि अभी ये साफ नहीं हुआ कि इंस्पेक्टर सुबोध को उसने ही गोली मारी. पूछताछ में जीतू ने कहा कि वो गांववालों के साथ वहां गया था, लेकिन पुलिस पर पत्थरबाजी नहीं की थी.
उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक सेना ने जीतू को शनिवार सुबह की हिरासत में ले लिया था। उसकी तलाश में पुलिस की एक स्पेशल टास्क फोर्स (STF) टीम जम्मू गई थी। एसटीएफ की टीम ने जीतू फौजी को सोपोर में गिरफ्तार कर लिया। टीम उसे लेकर देर रात मेरठ आ गई, जहां उसे हिंसा की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) को सौंपा जाएगा। जीतू को साथ लाने वाली एसटीएफ टीम के साथ उसकी यूनिट के एक अफसर भी मेरठ आए।
हिंसा में उसके शामिल होने की बात सामने आने के बाद जितेंद्र मलिक उर्फ जीतू फौजी के खिलाफ यूपी पुलिस ने अरेस्ट वॉरंट जारी किया था। हिंसा के बाद वह जम्मू के लिए रवाना हो गया था। जीतू 15 दिन की छुट्टी लेकर अपने गांव महाव आया हुआ था। उसकी छुट्टी मंगलवार को खत्म हो रही थी। उससे एक दिन पहले ही सोमवार को बुलंदशहर में हिंसा हुई थी, जिसमें वह आरोपी है।
इस बीच जीतू के बड़े भाई धर्मेंद्र, जो खुद आर्मी में हैं और फिलहाल पुणे में तैनात हैं, ने दावा किया है कि उनका भाई पूरी तरह निर्दोष है और उनके पास कई ऐसे सबूत हैं, जिनसे वह जीतू को बेगुनाह साबित कर देंगे। धर्मेंद्र का कहना है कि पुलिस उनके भाई को फंसा रही है। हिंसा में अपने भाई के शामिल होने संबंधी मीडिया रिपोर्ट्स को पढ़ने के बाद वह अपने पैतृक गांव महाव आ चुके हैं। धर्मेंद्र का दावा है कि उनका भाई बेगुनाह है और हिंसा के जिन विडियो में उसके दिखने की बात की जा रही है, उनमें वह है ही नहीं।