एम्स भोपाल के रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग ने अपना स्थापना दिवस मनाया
भोपाल, एम्स भोपाल के रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग ने कैंसर उपचार के क्षेत्र में सेवाओं के चार साल पूरे होने के अवसर पर आज " हेमटोलॉजिकल मैलिगनेंसीज में विकिरण प्रौद्योगिकी की प्रगति" पर एक सी एम ई का आयोजन किया गया । इस सी एम ई में मध्य प्रदेश के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों के सौ से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। सी एम ई का उद्घाटन करते हुए एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो (डा ) अजय सिंह ने कहा कि इस सी एम ई में लीक से हटकर कुछ नयी बातें सीखने को मिलेंगी और इसी कारण इस सी एम ई में इतने प्रतिभागी हिस्सा ले रहे है।
मरीजों को भी लाभ मिलेगा
इस सी एम ई से न केवल प्रतिभागियों को बल्कि मरीजों को भी लाभ मिलेगा । जैसा कि एम्स भोपाल का आदर्श है, हर क्षेत्र में श्रेष्ठता इसलिए शोध पर भी विशेष ध्यान देना होगा और विभिन्न विभागों जैसे आयुष इत्यादि कि साथ मिलकर मरीज देखभाल के अलावा शोध एवं साक्ष्य आधारित कार्य को भी बढ़ावा दे। इससे पूर्व ऑन्कोलॉजी विभाग के अतिरिक्त प्रोफेसर डाक्टर सैकत दास ने उपस्थिति का स्वागत करते हुए कहा कि भारत में मैलिगनेंसीज काफी आम है और कैंसर के सभी मामलों में विकिरण एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ।
ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर ऑन्कोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डा मनीष गुप्ता, डा रजनीश जोशी, डीन (एकेडेमिक्स ), संकाय सदस्य एवं रेजिडेंट्स भी उपस्थित थे। दिन भर चले इस कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने विभिन्न विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किये। एम्स भोपाल का ऑन्कोलॉजी विभाग मध्य प्रदेश में सरकारी स्तर पर स्थापित एकमात्र केंद्र है जो रेडियो सर्जरी सहित उच्च परिशुद्धता विकिरण उपचार प्रदान करने में सक्षम उच्च स्तरीय लीनियर एक्सीलरेटर से सुसज्जित है।