कोटेश्वर महादेव पूजन के साथ श्री महाकालेश्वर मंदिर में शिव नवरात्रि महापर्व प्रारम्‍भ 

कोटेश्वर महादेव पूजन के साथ श्री महाकालेश्वर मंदिर में शिव नवरात्रि महापर्व प्रारम्‍भ 

brijesh parmar
उज्जैन। भगवान शिव और माता पार्वती के विवाहोत्सव को प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि पर्व के रूप में मनाया जाता है। महाकालेश्वर मंदिर के कोटितीर्थ स्थित कोटेश्वर महादेव के अभिषेक के साथ पर्व की शुरूआत हुई। अब भगवान महाकाल का 9 दिनों तक अलग-अलग श्रृंगार किया जाएगा और शिवरात्रि पर भगवान दूल्हा स्वरूप में दर्शन देंगे।

मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक ए के तिवारी के अनुसार सोमवार प्रात: कोटेश्वर महादेव मंदिर में मुख्य पुजारी पं. घनश्याम शर्मा ने 11 ब्राह्मणों के साथ भगवान को चंदन, माता पार्वती को हल्दी उबटन के साथ वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पंचामृत अभिषेक किया गया। प्रथम दिन नैवेद्य कक्ष में श्री चन्द्रमौलेश्‍वर भगवान की पूजा, कोटितीर्थ पर स्थित श्री कोटेश्‍वर महादेव का पूजन-अर्चन करने के बाद  प्रारम्‍भ हुआ। देश एवं प्रदेश की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की कामना के साथ रूद्राभिषेक प्रारम्भ किया गया। इसके बाद अपराह्न में 3 बजे पूजन के पश्चात भगवान श्री महाकाल को नवीन वस्त्र धारण कर श्रृंगारित कर पूजा-अर्चना की गई।शिव नवरात्रि उत्सव के दूसरे दिन 22 फरवरी को भगवान श्री महाकाल का शेषनाग से श्रृंगार कर उन्हें कटरा, मेखला, दुपट्टा, मुकुट, मुंडमाल, छत्र आदि से  श्रृंगारित किया जायेगा।

उत्सव के नौवे दिन 1 मार्च को महाशिवरात्रि पर भगवान महाकाल को जलधारा चढ़ाई जायेगी। महाशिवरात्रि के दूसरे दिन 2 मार्च को भगवान महाकाल को सप्तधान श्रृंगार से श्रृंगारित किया जायेगा। अगले 9 दिनों तक गर्भगृह में 11 ब्राह्मणों द्वारा एकादश रूद्राभिषेक किया जाएगा, वहीं शाम को भगवान का अलग-अलग स्वरूपों में श्रृंगार होगा, माता पार्वती को भी प्रतिदिन नई साड़ी अर्पित की जाएगी, वहीं महाशिवरात्रि पर भगवान का दूल्हा स्वरूप में श्रृंगार होगा।