मध्यप्रदेश केबिनेट बैठक में परोसा गया श्री अन्न

मध्यप्रदेश केबिनेट बैठक में परोसा गया श्री अन्न

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा- श्री अन्न को बढ़ावा देंगे

भोपाल, मंत्रालय में केबिनेट की बैठक में आज एक नई पहल हुई। बैठक में स्वल्पाहार के तौर पर पूर्व में प्रचलित खाद्य सामग्री के स्थान पर श्री अन्न (मिलेट्स) से बने व्यंजन मंत्रि-परिषद सदस्यों को परोसे गए। इनमें बिस्किट, सैंडविच, कटलेट, बाजरा खिचड़ा, पापड़, खीर शामिल थी। मंत्रीगण को यह व्यंजन पसंद भी आए।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी भी श्री अन्न को प्रोत्साहित कर रहे हैं। वर्ष 2023 को संयुक्त राष्ट्र द्वारा इंटरनेशनल मिलेट ईयर घोषित किया गया है। मिलेट्स को प्रोत्साहित करने के लिए आज केबिनेट में मिलेट्स से बने व्यंजन परोसने की शुरूआत की गई। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मिलेट्स को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। श्री अन्न स्वास्थ्य के लिए भी बहुत उपयोगी हैं।

श्री परमार ने कहा कि शिक्षा संवर्ग में ग्रेडेशन और पद्दोन्नति होने से अतिशेष की स्थिति दूर होगी। जिला शिक्षा अधिकारी विभागीय जांच एवं आपराधिक प्रकरण जैसे विषयों को ध्यान में रखते हुए बिना किसी भेदभाव के शिक्षकों की नियम संगत सीआर (गोपनीय चरित्रावली) अग्रेषित करें। श्री परमार ने कहा कि भारत केंद्रित मूल्य आधारित शिक्षा के पुनर्स्थापन के लिए स्वत्व का भाव जाग्रत करना होगा और इस भाव के साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन में सबसे बड़ी भूमिका शिक्षकों की हैं। श्री परमार ने कहा कि राज्य शासन द्वारा आजादी के बाद पहली बार प्रदेश के स्कूलों की मरम्मत एवं जीर्णोद्धार के लिए सबसे बड़ा बजट 456 करोड़ रुपए का दिया गया, इस फंड का सदुपयोग करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कक्षा पहली से 8वीं तक के सभी स्कूलों में इस सत्र में फर्नीचर व्यवस्था हो जायेगी। श्री परमार ने कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी प्रवास की आदत डालें और जिले के सभी स्कूलों में भ्रमण कर भवन, पुताई, बैठक व्यवस्था, बच्चों की उपस्थिति आदि विषयों पर कार्य करें, इससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा। श्री परमार ने कहा कि प्रदेश में कोई शासकीय स्कूल बंद नहीं किए गए हैं बल्कि आवश्यकतानुरूप एक परिसर में विलय किए गए हैं। उन्होंने फीस रेगुलेशन एक्ट के प्रभावी पालन करने के निर्देश दिए ताकि प्रतिवर्ष संस्था द्वारा ली जा रही शिक्षण शुल्क पर निगरानी और नियंत्रण रखा जा सकें।

आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती अनुभा श्रीवास्तव ने कहा कि विभागीय उच्च पदों पर प्रभार संबंधी राज्य स्तरीय प्रयास पूर्णता की ओर है एवं जिला स्तर पर परिश्रम करने की आवश्यकता हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी उच्च पदों के प्रभार के लिए कार्यशाला में प्रदत्त जानकारी, वांछनीयता, अभ्यास, नियम, उद्देश्य एवं विभागीय लक्ष्यों को उत्साह एवं रूचीपूर्वक ग्राहय कर आवश्यक दिशा निर्देशों का पालन कर प्रक्रिया तय समयावधि पर पूर्ण करेंगे।

संचालक लोक शिक्षण श्री के.के. द्विवेदी, संचालक राज्य मुक्त विद्यालय श्री प्रभात राज तिवारी एवं अपर संचालक श्री धीरेन्द्र चतुर्वेदी सहित संभागीय संयुक्त संचालक, जिला शिक्षा अधिकारीगण एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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