नक्सलियों द्वारा तीन राज्यों में किये गये बंद का आव्हान कहीं असर....तो कहीं बेअसर..!

नक्सलियों द्वारा तीन राज्यों में किये गये बंद का आव्हान कहीं असर....तो कहीं बेअसर..!

rafi ahmad ansari

बालाघाट। बालाघाट जिले में हथियार बंद नक्सलियों ने तीन बडी घटनाओं को अंजाम देकर इस कदर दहशत फैला दी है कि उनके द्वारा तीन राज्यो में किये गये बंद आव्हान का नक्सल प्रभावित ईलाको में कहीं- कहीं असर देखने मिला। आपको बता दे, गढचिरोली में पुलिस नक्सली मुठभेंड में मारे गये म.प्र, छ.ग और महाराष्ट जोनल एरिया कमांडर मिलिंग तेलतूमडे सहित 26 नक्सलियों की हत्या के विरोध में नक्सलियों ने 10 दिसंबर को म.प्र, छ.ग और महाराष्ट राज्य में बंद का आव्हान किया था और इसी बीच उन्होने बालाघाट जिले में सडक निर्माण कार्य में लगे वाहनो में आगजनी की तीन बडी घटनाओं को अंजाम देकर बेनर पर्चे टांगकर दहशत फैला दी थी।

जहां इसी दहशत में डूबे बालाघाट जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लोगो ने नक्सलियों की मंशा के आगे घूटने टेककर उनके द्वारा बुलाये गये बंद का समर्थन किया और अपने व्यापारिक प्रतिष्ठानो पर ताला जडे हुए रखे। इसके अलावा नक्सल क्षेत्रो में लगने वाले सामान्य बाजार भी बंद नजर आये और सन्नाटा पसरा रहा। साथ ही नक्सलियों की दहशत से कुछ बस आपरेटरो ने बसो को दहशत के मारे बंद रखवा दिया, जहां लांजी से सालेटेकरी मार्ग पर चलने वाली बसे बंद रही, जिससे यात्री परेशान दिखाई दिये। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रो की बात करे तो सोनग़ुड्डा आंशिक रूप से बंद नजर आया, जहां कुछ दुकाने खुली दिखी, तो कुछ बंद नजर आई तो वही सुत्रो से मिली जानकारी अनुसार बिठली, पाथरी, अडोरी, डाबरी, मछुरदा, देवरबेली, बोरगांव एवं घोटी पुरी तरह बंद नजर आया। हालाकि नक्सलियों द्वारा दी गई चेतावनी व बंद के आव्हान को देखते हुए बालाघाट पुलिस भी पैनी नजर बनाये हुई थी और 48 घंटे तक हाई अलर्ट जारी रखा है। साथ ही जवानो को भी सर्चिंग पर लगाये रखा गया।  

उल्लेखनीय है कि बिते दिनो जिस तरह नक्सलियों ने वाहनो में आगजनी की वारदातो को अंजाम दिया था, उससे नक्सल प्रभावित ईलाके पूरी तरह दहशत में डूब गये है और उसी दहशत के मारे नक्सल प्रभावित क्षेत्रो में बसे कुछ-कुछ गांवो में बंद का असर देखने मिला। साथ ही यह जानकारी भी प्राप्त हुई कि एसडीएम के आदेश पर 10 दिसंबर को बिठली धान खरीदी केंद्र भी बंद रखा गया था।