भावी पीढ़ियों को जीवन देने पारंपरिक खेती आवश्यक - प्रहलाद सिंह पटेल

भावी पीढ़ियों को जीवन देने पारंपरिक खेती आवश्यक - प्रहलाद सिंह पटेल
भावी पीढ़ियों को जीवन देने पारंपरिक खेती आवश्यक - प्रहलाद सिंह पटेल

भावी पीढ़ियों को जीवन देने पारंपरिक खेती आवश्यक - प्रहलाद सिंह पटेल

केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण, उद्योग एवं जल शक्ति राज्यमंत्री ने किया मिलेट किसान सम्मेलन तथा प्रदर्शनी का शुभारंभ

मंडला (21 जनवरी 2023) - 2 दिवसीय मिलेट किसान सम्मेलन तथा प्रदर्शनी के शुभारंभ अवसर पर केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण, उद्योग एवं जल शक्ति राज्यमंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि जनजातियों द्वारा की जाने वाली पारंपरिक खेती जल, मृदा एवं पर्यावरण को संरक्षित करती है, किन्तु पश्चिमी देशों की नकल कर खाद एवं ज्यादा पानी मांगने वाली फसलों को बढ़ावा देते हुए पारंपरिक खेती के खिलाफ दुष्प्रचार किया गया। देश को आर्थिक रूप से और बेहतर बनाने तथा भावी पीढ़ियों को जीवनदान देने के लिए पारंपरिक खेती आवश्यक है।

श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि मंडला-डिंडौरी जिले में कोदो-कुटकी का बहुत उत्पादन होता है, जिनमें पानी कम लगता है, खाद आदि की आवश्यकता नहीं होती है, इन उपजों को लम्बे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है किन्तु इन मोटे अनाजों के खिलाफ बात करके जनमानस को भ्रमित किया गया और ऐसी फसलों को बढ़ावा दिया गया जो न केवल पानी और खाद अधिक मांगती हैं बल्कि स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती हैं जिनके प्रबंधन पर खर्च भी अधिक होता है। श्री पटेल ने कहा कि इन गलतियों को सुधारते हुए परंपरागत खेती की ओर वापिस आने का अवसर है। वर्तमान सरकारें पारंपरिक खेती को प्रोत्साहित कर रही हैं।


 
इस अवसर पर विधायक मंडला देवसिंह सैयाम ने किसानों से परंपरागत खेती से जुड़ने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि किसान इस सम्मेलन में बताई गई तकनीकियों को समझें तथा खेती में उनका उपयोग करें। जिला पंचायत अध्यक्ष संजय कुशराम ने सरकार खेती को लाभ का धंधा बनाने का प्रयास कर रही है। खेती के साथ-साथ प्रसंस्करण को बढ़ावा देकर अन्य लोगांे के लिए भी रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा सकते हैं। कार्यक्रम के प्रारंभ में डायरेक्टर मिली दुबे ने आयोजन के उद्देश्य पर विस्तार से प्र्रकाश डाला।


किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर करेगा मोटा अनाज -
श्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व के मंच पर मोटे अनाज का प्रस्ताव रखकर सराहनीय पहल की है। समूचे विश्व में मोटे अनाज की मांग बढ़ रही है, जो किसानों की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने में मददगार साबित होगी। उन्होंने कहा कि जी-20 की अध्यक्षता पहली बार भारत को मिली है जिसकी बैठकें विभिन्न शहरों में हो रही हैं, इन बैठकों में मोटे अनाज का नाश्ता कराया जा रहा है जिसकी शुरूआत इंदौर से की जा चुकी है। केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण, उद्योग एवं जल शक्ति राज्यमंत्री ने कहा कि मोटे अनाज की प्रोसेसिंग को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। मंडला जिले में अच्छी मात्रा में कोदो-कुटकी की फसल होती है किन्तु उनकी प्रोसेसिंग के लिए अभी नाममात्र की इकाईयाँ हैं। शासन द्वारा अनेकों योजनाएँ संचालित की जा रही हैं, किसानों को चाहिए कि वे इन योजनाओं से जुड़कर प्रोसेसिंग यूनिट लगाएं तथा अपने उत्पादों से अधिक लाभ कमाएँ। उन्होंने कहा कि मोटे अनाज से विदेशियों के स्वाद के अनुरूप उत्पाद बनाएं।

बढ़ती आबादी: पानी और भोजन के लिए चुनौती -
श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि आबादी का बढ़ता घनत्व पानी और भोजन के लिए चुनौती है। घटता जल स्तर तथा भूमि की उत्पादन क्षमता का कम होना चिंताजनक है। ज्यादा पानी की फसलों को स्वीकार करना चूक थी। अब ऐसी फसलांे का चयन आवश्यक है जिनमें खाद और पानी की जरूरत कम पड़े। पानी की एक-एक बूंद का सदुपयोग आवश्यक है। यदि समय रहते इस दिशा में गंभीरतापूर्वक कार्य नहीं किया गया तो आने वाली पीढ़ी के लिए पानी और भोजन की उपलब्धता कठिन होगी।

योग और आयुर्वेद को दुनिया ने स्वीकारा -
केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण, उद्योग एवं जल शक्ति राज्यमंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि 21वी सदी भारत की होगी, स्वामी विवेकानंद की यह भविष्यवाणी अब सच साबित हो रही है। स्वस्थ रहने के लिए पूरे विश्व में योग को आत्मसात किया गया है। कोरोनाकाल में योग तथा आयुर्वेद की दवाईयों ने चमत्कारिक परिणाम दिए हैं। इस अवसर पर केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण, उद्योग एवं जल शक्ति राज्यमंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने किसान उन्नति एक्सप्रेस को झंडी दिखाकर रवाना किया तथा ज्ञानपुस्तिका एवं मिलेट कलेंडर का विमोचन किया। उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का अवलोकन किया। कार्यक्रम के अंत में हितग्राहियों को शासन की महत्वपूर्ण योजना पीएमएफएमई के तहत हितलाभ वितरित किए गए।

ये रहे उपस्थित -
कृषि विज्ञान केन्द्र में आयोजित इस कार्यक्रम में विधायक मंडला देवसिंह सैयाम, विधायक निवास डॉ. अशोक मर्सकोले, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय कुशराम, पूर्व राज्यसभा सांसद संपतिया उईके, नगरपालिका अध्यक्ष विनोद कछवाहा, अध्यक्ष जनपद पंचायत मवई मनीषा मरकाम, अध्यक्ष जनपद पंचायत मंडला सोनू भलावी, जिला पंचायत सदस्य शैलेष मिश्रा, सांसद प्रतिनिधि जयदत्त झा, भीष्म द्विवेदी, प्रफुल्ल मिश्रा, अपर कलेक्टर मीना मसराम, संयुक्त संचालक कृषि केएस नेताम, उपसंचालक कृषि मधुअली सहित अन्य जनप्रतिनिधि, संबंधित विभागों के अधिकारी तथा बड़ी संख्या में कृषक उपस्थित रहे।