विश्व एण्टीबायोटिक जन-जागरूकता सप्ताह में एण्टीबायोटिक के तार्किक उपयोग के प्रति नागरिकों को किया जाएगा जागरूक
भोपाल, राज्य सरकार स्वास्थ्य संस्थाओं में उपलब्ध सेवाओं की गुणवत्ता में सतत सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। इसी उद्देश्य से प्रदेश में एण्टीबायोटिक के यथोचित एवं तार्किक उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए एण्टीबायोटिक पॉलिसी लागू की गई है, जिसके सकारात्मक परिणाम निरंतर प्राप्त हो रहे हैं। डब्ल्यू.एच.ओ. द्वारा घोषित थीम "ऐक्ट नाउ : प्रोटेक्ट आवर प्रेज़ेण्ट, सिक्योर आवर फ्यूचर" के आधार पर विश्व एण्टीबायोटिक जन-जागरूकता सप्ताह 18 से 24 नवम्बर तक प्रदेश की स्वास्थ्य संस्थाओं में मनाया जाएगा। इस अवधि में आमजन को एण्टीबायोटिक के तार्किक उपयोग के प्रति जागरूक करने के लिये विविध गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी।
18 नवम्बर को जिला चिकित्सालय, सिविल अस्पताल, सी.एच.सी. एवं पी.एच.सी. में जागरूकता सप्ताह की औपचारिक शुरुआत की जाएगी, जिसमें संस्था प्रभारी द्वारा गतिविधियों की कार्ययोजना प्रस्तुत की जाएगी। 19 नवम्बर को संस्थाओं में कार्यरत सभी चिकित्सकों, नर्सिंग ऑफिसर्स एवं पेरामेडिकल स्टाफ को आई.पी.सी. प्रोटोकॉल का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। 20 नवम्बर को एम्स भोपाल के सहयोग से आयोजित राज्य स्तरीय ए.एम.आर. वर्चुअल वर्कशॉप में सभी चिकित्सकों एवं नर्सिंग ऑफिसर्स को अद्यतन प्रोटोकॉल से अवगत कराया जाएगा। 21 नवम्बर को संस्थाओं में ब्लू लाइटिंग की जाएगी तथा ओ.पी.डी. प्रिस्क्रिप्शन ऑडिट (कुल 30 प्रिस्क्रिप्शन) कराया जाएगा।
22 नवम्बर को स्कूल भ्रमण कर विद्यार्थियों को एण्टीबायोटिक के फायदे एवं नुकसान के बारे में जानकारी दी जाएगी तथा मेटरनिटी, सर्जिकल एवं मेडिकल वार्ड में प्रिस्क्रिप्शन ऑडिट (कुल 30 प्रिस्क्रिप्शन) संपादित किया जाएगा। 23 नवम्बर को एस.एन.सी.यू. एवं पीडियाट्रिक वार्ड में प्रिस्क्रिप्शन ऑडिट (कुल 30 प्रिस्क्रिप्शन) किया जाएगा। 24 नवम्बर को संस्थान में कार्यरत सभी चिकित्सकों एवं नर्सिंग ऑफिसर्स संग बैठक कर प्रिस्क्रिप्शन ऑडिट रिपोर्ट साझा की जाएगी तथा एण्टीबायोटिक पॉलिसी के अनुसार आगे की कार्ययोजना तैयार की जाएगी।स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी संस्थाओं को निर्देशित किया गया है कि निर्धारित गतिविधियों को समयबद्ध रूप से संपन्न कराया जाए और प्रशिक्षण कार्यक्रम सुनिश्चित किए जाएं। जिला चिकित्सालय, सिविल अस्पताल, सी.एच.सी. एवं पी.एच.सी. में ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर स्तर के चिकित्सक द्वारा मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
bhavtarini.com@gmail.com 
