वर्ल्ड क्लास रानी कमलापति रेलवे स्टेशन राष्ट्र को समर्पित, हवाई अड्डे जैसी सुविधाएं
भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भोपाल के भव्य रेलवे स्टेशन का कायाकल्प ही नहीं हुआ, बल्कि रानी कमलापति का नाम रेलवे स्टेशन से जोड़ने से गोंड समाज सहित सम्पूर्ण जनजाति वर्ग का गौरव बढ़ा है। उन्होंने कहा कि आज का दिन भोपाल और मध्यप्रदेश के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए गौरवशाली इतिहास का दिन है। आज पूरा देश जनजातीय गौरव दिवस मना रहा है। इस मौके पर रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का लोकार्पण हमारे लिये गौरव की बात है। प्रधानमंत्री मोदी भोपाल में पुनर्विकसित वर्ल्ड क्लास रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का लोकार्पण कर रहे थे।
At 3 PM tomorrow, 15th November, the redeveloped Rani Kamalapati Railway Station will be dedicated to the nation. Other initiatives relating to the railways sector will also be inaugurated which will benefit the people of Madhya Pradesh. https://t.co/sKxFMYw0hm
— Narendra Modi (@narendramodi) November 14, 2021
चार परियोजनाएँ राष्ट्र को समर्पित एवं दो मेमू ट्रेन का भी शुभारंभ
प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर रेलवे की चार परियोजनाएँ राष्ट्र को समर्पित की। इनमें गेज परिवर्तित एवं विद्युतीकृत उज्जैन-फतेहाबाद, चन्द्रावतीगंज ब्राडगेज रेलखंड, भोपाल-बरखेड़ा रेलखंड का तिहरीकरण, गेज परिवर्तित एवं विद्युतीकृत मथैला निमारखेड़ी ब्राडगेज रेल खंड एवं विद्युतीकृत गुना-ग्वालियर रेलखंड परियोजनाएँ शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने दो मेमू ट्रेनों उज्जैन-इंदौर एवं इंदौर-उज्जैन को वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर भी रवाना किया।
Improving railways infrastructure in Bhopal. https://t.co/SWwhd8gt4N
— Narendra Modi (@narendramodi) November 15, 2021
आमजन को मिलेंगी बेहतर सुविधाएँ
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इन परियोजनाओं के शुभारंभ से रेलवे पर दवाब कम होगा एवं आमजनों को बेहतर सुविधाएँ मिल सकेंगी। भारतीय रेल सिर्फ दूरियों को कनेक्ट करने का माध्यम नहीं है, बल्कि ये देश की संस्कृति, देश के पर्यटन और तीर्थाटन को कनेक्ट करने का भी अहम माध्यम बन रही है। उन्होंने कहा कि पर्यटकों के लिये अच्छी कनेक्टेविटी मिल सकेगी। महाकाल के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं एवं अप-डाउन करने वाले हजारों यात्रियों, व्यापारियों और किसानों को परियोजनाओं का सीधा लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि अत्याधुनिक सुविधाएँ प्रदान करने के लिये भारतीय रेलवे उत्तम उदाहरण बन रहा है। आजादी के इतने दशकों बाद भारतीय रेल के सामर्थ्य को इतने बढ़े स्तर पर एक्सप्लोर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रानी कमलापति रेलवे स्टेशन देश का पहला आईएसओ सर्टिफाइड एवं पीपीपी मॉडल पर विकसित रेलवे स्टेशन है। जो सुविधाएँ यात्रियों को कभी एयरपोर्ट पर मिलती थीं, वह सुविधाएँ आज रेलवे स्टेशन पर मिल रही हैं।
At the redeveloped Rani Kamalapati Railway Station in Bhopal. It is our endeavour to ensure proper facilities to our citizens and transform the vital railways sector. pic.twitter.com/Xq3CRFFQSJ
— Narendra Modi (@narendramodi) November 15, 2021
पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज का भारत पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान के तहत आगे बढ़ रहा है। यह मास्टर प्लान देश के विकास को अभूतपूर्व गति दे रहा है। देश के संसाधनों का बेहतर उपयोग सुनिश्चित किया जा रहा है। यह प्लान सामान्य भारतीय के लिये ईज ऑफ लिविंग सुनिश्चित कर रहा है। उन्होंने कहा कि रेलवे में कई नये प्रोजेक्ट इस प्लान के तहत तेज गति से आगे बढ़ रहे हैं। काम की यही गति दूसरे प्रोजेक्टस में मिल रही है। उन्होंने कहा कि देश में 175 से अधिक रेलवे स्टेशन का कायाकल्प किया जा रहा है। भारतीय रेल के सामर्थ्य का बड़े स्तर पर विस्तार किया जा रहा है। पहले रेलवे को टूरिज्म के लिए अगर उपयोग भी किया गया तो उसको एक प्रीमियम क्लब तक ही सीमित रखा गया। पहली बार सामान्य मानव को उचित राशि पर पर्यटन और तीर्थांटन का दिव्य अनुभव दिया जा रहा है। रामायण सर्किट ट्रेन ऐसा ही एक प्रयास है। रामायण एक्सप्रेस के माध्यम से रामायण काल के स्थलों का भ्रमण कराया जा रहा है। इसी तरह की और भी ट्रेनें चलाई जायेंगी। आजादी के अमृत महोत्सव में भारतीय रेलवे आने वाले दो सालों में 75 नई ट्रेनें चलाने जा रहा है।
आधुनिक इन्फ्रा-स्ट्रक्चर से भारत बढ़ रहा है आगे
प्रधानमंत्री ने कहा कि बेहतर इन्फ्रा-स्ट्रक्चर भारत की आकांक्षा एवं आवश्यकता है। आधुनिक इन्फ्रा-स्ट्रक्चर भारत को आगे बढ़ाने में मदद कर रहा है। भारत कैसे बदल रहा है, सपने कैसे सच हो सकते हैं, ये देखना हो तो इसका एक उत्तम उदाहरण भारतीय रेलवे भी बन रही है। उन्होंने कहा कि 6 साल पहले तक भारतीय रेल में जो यात्रा कर लेता था वह रेलवे की अव्यवस्थाओं के कारण उसे कोसता नजर आता था। रेलवे स्टेशन गंदगी, खाने-पीने की अव्यवस्था, ट्रेनों की लेट-लतीफी, यात्री प्रतीक्षालय में फैली अव्यवस्था आदि की जितनी चर्चा की जाये, उतनी कम है। लोगों ने स्थितियाँ बदलने की उम्मीद तक छोड़ दी थी, लेकिन जब देश ईमानदारी से संकल्पों को पूरा करने के लिये जुटता है तो सुधार जरूर आता है, परिवर्तन भी होता है। देश के आम व्यक्ति को आधुनिक सेवाएँ देने का बीड़ा हमने उठाया है तो उसके परिणाम भी सामने आ रहे हैं। यही देश के टैक्सपेयर का असली सम्मान है।
हवाई चप्पल पहनने वाला भी करे हवाई यात्रा : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की जनता की ओर से मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हार्दिक अभिनंदन और स्वागत करता हूँ। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का विजन है कि हवाई चप्पल पहनने वाला व्यक्ति भी हवाई यात्रा करे। मोदी का विजन ही दुनिया का नेतृत्व कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे रेलवे स्टेशन भी अब एयरपोर्ट की तरह बन रहे हैं। रानी कमलापति स्टेशन प्रदेश का प्रथम और देश का दूसरा विश्व-स्तरीय रेलवे स्टेशन है।
केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत को आत्म-निर्भर बनाने में भारतीय रेल का अहम योगदान है। प्रधानमंत्री मोदी के विजन से भारत विश्व के अग्रणी देशों में शामिल होगा। आधुनिकी तकनीकी भारत को 21वीं सदी में नई सोच, नई विचारधारा एवं गौरवपूर्ण स्थान दिलाने में मददगार हो रही है। उन्होंने कहा कि अभी तक भोपाल तालो में ताल भोपाल ताल के वाक्य से जाना जाता था, परन्तु अब स्टेशन में स्टेशन रानी कमलापति स्टेशन के नाम से भी जाना जायेगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णम ने प्रधानमंत्री मोदी को रानी कमलापति की प्रतिमा एवं शॉल भेंट किया। कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल भी मंचासीन थे। कार्यक्रम में भारतीय रेलवे द्वारा विकसित की गई परियोजनाओं पर केन्द्रित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। फिल्म में स्टेशन पर मिलने अत्याधुनिक सुविधाओं के बारे में बताया गया।
पीपीपी मॉडल पर 450 करोड़ से पुनर्विकास
पीपीपी मॉडल पर पुनर्विकसित रानी कमलापति रेलवे स्टेशन को प्रोजेक्ट की कुल लागत 450 करोड़ रुपए है। यह रेलवे स्टेशन सार्वजनिक-निजी साझेदारी के तहत बना देश का पहला मॉडल स्टेशन है। इसमें प्रवेश का अलग मार्ग होगा और बाहर निकलने का अलग। स्टेशन पर एयर कॉनकोर बनाया गया है, जिसमें 700 यात्री एक साथ बैठकर ट्रेन का इंतजार कर सकते हैं। सभी पाँच प्लेटफार्म को इस कॉनकोर से एस्केलेटर और सीढ़ियों के जरिए जोड़ा गया है।
सबवे, फूड कोर्ट, एसी लाउंज भी
ट्रेनों से आने वाले करीब 1500 यात्री एक साथ स्टेशन के अंडरग्राउंड सब-वे से गुजर सकेंगे। स्टेशन में ऐसे दो सब-वे बनाए गए हैं। भीड़ के दबाव को भी कम किया जा सकेगा। रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर फूड रेस्टोरेंट, एसी वेटिंग रूम से लेकर रिटायरिंग रूम और डॉरमेट्री समेत वीआईपी लाउंज भी बनाया गया है। सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए स्टेशन पर लगभग 160 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं, जो स्टेशन के अंदर और बाहर 24 घंटे नजर रखेंगे।