BJP प्रत्याशी के नाम का उल्लेख नहीं करने पर सदन में हंगामा
भोपाल
विधानसभा में मंगलवार को अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस की ओर से चार प्रस्ताव पेश किए जाने और भााजपा प्रत्याशी के नाम का उल्लेख नहीं किए जाने से नाराज भाजपा विधायकों ने सदन में जमकर नारेबाजी की। भाजपा विधायक बेल में अध्यक्ष की आसंदी तक पहुंच गए। भाजपा विधायकों के हंगामे के चलते प्रोटेम स्पीकर ने विधानसभा की कार्यवाही दस मिनट के लिए स्थगित कर दी।
विधानसभा में आज कांग्रेस की ओर से एनपी प्रजापति को अध्यक्ष बनाए जाने के लिए चार प्रस्ताव पेश किए गए। सबसे पहला प्रस्ताव संसदीय कार्य मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने रख और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आरिफ अकील ने इसका समर्थन किया। इसके बाद कुंवद विंक्रम सिंह ने दूसरा प्रस्ताव रखा इसका समर्थन बैजनाथ कुशवाहा ने किया। तीसरा प्रस्ताव बसपा विधायक संजीव सिंह ने रखा और सपा के राकेश शुक्ला ने इसका समर्थन किया। चौथा प्रस्ताव जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने रखा और ग्वारसीलाल रावत ने इसका समर्थन किया।
चारों प्रस्ताव आने के बाद प्रोटेम स्पीकर ने नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव को बोलने के लिए आमंत्रित किया। इस पर भागर्व ने कहा कि भाजपा की ओर से विजय शाह का नाम प्रस्तावित हुआ है उसका भी उल्लेख हो जाए इसके बाद कार्यवाही आगे बढ़ाएं। संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि जो प्रस्ताव पहले प्रस्तुत हुए है उनपर पहले चर्चा हो जाए फिर जरुरत हो तो अगला प्रस्ताव पेश किया जाए। इस पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा ने कहा ऐसा नियम नहीं है। पहले सभी प्रस्ताव पेश हो जाए फिर उस पर चर्चा कराई जाए।
इस पर संसदीय कार्य मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि पहले प्रस्ताव पर चर्चा हो जाए यदि उसी में सहमति बन जाए तो दूसरे प्रस्ताव पर चर्चा की जरुरत ही नही है। बात यह भी उठी कि एक ही व्यक्ति के प्रस्ताव है इसलिए चारों पर एक साथ चर्चा हो जाए। प्रोटेम स्पीकर ने इसकी अनुमति नहीं दी। तो नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, विश्वास सारंग सहित भाजपा के अधिकांश विधायक गर्भगृह में आ पहुंचे और नारेबाजी करने लगे। सभी विजय शाह के प्रस्ताव का भी उल्लेख करने की मांग कर रहे थे। नारेबाजी और हंगामे को देख प्रोटेम स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दस मिनट के लिए स्थगित कर दी।

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