वंदेमातरम् विवाद: बैकफुट पर सरकार! शिवराज ने बताया जनता की जीत
भोपाल
हंगामे के बाद मध्य प्रदेश में वंदेमातरम् पर कमलनाथ सरकार द्वारा लिए गए निर्णय के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राष्ट्रगीत वंदेमातरम् और राष्ट्रगान जन गण मन के सम्मानजनक गायन का निर्णय लेना ही पड़ा, ये हमारे मध्यप्रदेश के निवासियों की जीत है, जिनकी राष्ट्रभक्ति के सामने कांग्रेस सरकार झुकी है. राष्ट्रगीत व राष्ट्रगान देश और हम सभी की आत्मा-अस्मिता है. इससे खिलवाड़ नहीं होने देंगे.
शिवराज ने ट्विटर पर लिखा कि वंदेमातरम् गायन की परंपरा बाधित करने का प्रयास न सिर्फ असफल हुआ, बल्कि जबरदस्त जनदबाव के चलते इसके सम्मान को बनाए रखने के लिए कांग्रेस सरकार को बाध्य होना पड़ा. ऐसे हर देश और जन विरोधी प्रयासों का बीजेपी इसी प्रकार डटकर विरोध करेगी. सरकार की हर हरकत पर हमारी लगातार नजर है.
ShivrajSingh Chouhan
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@ChouhanShivraj
राष्ट्रगीत #वंदेमातरम् और राष्ट्रगान "जन गण मन" के सम्मानजनक गायन का निर्णय लेना ही पड़ा, ये हमारे मध्यप्रदेश के निवासियों की जीत है, जिनकी राष्ट्रभक्ति के सामने कांग्रेस सरकार झुकी है। राष्ट्रगीत व राष्ट्रगान देश और हम सभी की आत्मा-अस्मिता है। इससे खिलवाड़ नहीं होने देंगे।
Jansampark MP
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@JansamparkMP
भोपाल में अब आकर्षक स्वरूप में पुलिस बैंड और आम लोगों की सहभागिता के साथ वंदे मातरम् का गायन होगा। हर महीने के प्रथम कार्यदिवस पर सुबह 10:45 बजे पुलिस बैंड राष्ट्र भावना जागृत करनेवाले धुन बजाते हुए शौर्य स्मारक से वल्लभ भवन तक मार्च करेंगे।@CMMadhyaPradesh #jansamparkMP
शिवराज ने आगे लिखा, 'गायन पर कांग्रेस सरकार ने जनदबाव में निर्णय ले लिया है, लेकिन ये सवाल अभी भी अनुत्तरित है कि वंदेमातरम् रोकने के पीछे राहुल गांधी की मंशा थी या खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ का निर्णय? इसका जवाब प्रदेश को मिलना ही चाहिए. मेरा मध्यप्रदेश सब देख रहा है.
शिवराज ने अपने पिछले ऐलान को दोहराया कि हम सभी सात जनवरी को मंत्रालय परिसर में वंदेमातरम् का गायन करेंगे. आप सभी इसमें अवश्य शामिल हों. हमारी नजर अगले महीने की एक तारीख पर भी बनी रहेगी. कांग्रेस को समझना होगा कि वंदेमातरम् दलीय राजनीति से ऊपर है. सरकारों के आने-जाने से इसे प्रभावित नहीं किया जाना चाहिए.