कान्हा में शुरू हुई आईएफएस ऑफिसर्स की ट्रेनिंग

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8 फरवरी तक चलेगा भारतीय वन सेवा अधिकारियों का अनिवार्य प्रशिक्षण पाठ्यक्रम

compulsory-training-courses-of-indian-forest-service-officers-started-in-kanha Syed Javed Ali मंडला - सोमवार को कान्हा टाईगर रिजर्व के अंतर्गत खटिया स्थित ईको सेंटर में भारतीय वन सेवा अधिकारियों हेतु एक सप्ताह के अनिवार्य प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का शुभारंभ किया गया। यह अनिवार्य प्रशिक्षण पाठ्यक्रम दिनांक 8 फरवरी तक जारी रहेगा। कार्यक्रम के आरंभ में एल. कृष्णमूर्ति, मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र संचालक कान्हा टाईगर रिजर्व ने समस्त अधिकारियों का औपचारिक स्वागत किया। मध्यप्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी), भोपाल, डाँं. यू. प्रकाशम ने अपने मुख्य संभाषण में वन्यप्राणी संरक्षण के महत्तव पर प्रकाश डालते हुये मध्यप्रदेश में संरक्षण हेतु विभाग द्वारा उठाये गये विभिन्न महत्तवपूर्ण कदमों एवं योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने अधिकारियों को इस अनिवार्य प्रशिक्षण का अधिकाधिक लाभ लेने हेतु प्रेरित किया। इसके पश्चात एल. कृष्णमूर्ति द्वारा कान्हा टाईगर रिजर्व के विशेष संदर्भ में एक पस्तुतीकरण दिया गया। इस अवसर पर विषय विशेषज्ञ एवं प्रमुख वक्ता के रूप में निमंत्रित किये गये, ग्लोबल टाईगर फाउण्डेशन के सेक्रेटरी जनरल डाँ. राजेश गोपाल ने अपने प्रस्तुतीकरण में वन्यप्राणी संरक्षित क्षेत्र तथा राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय परिपेक्ष में प्रकृति एवं बाघ संरक्षण के बारे में चर्चा की। भारतीय वन सेवा अधिकारियों के इस अनिवार्य प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का विषय ’’वन्यप्राणी आवास स्थल एवं प्रबंधन’’ है एवं प्रशिक्षण हेतु दस राज्यों के उप वनसंरक्षक से प्रधान मुख्य वनसंरक्षक स्तर तक के अठारह अधिकारी भाग ले रहे हैं। इस प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के अंतर्गत संबंधित विषयों पर आठ विषय विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान दिया जावेगा तथा अधिकारयों को क्षेत्रीय भ्रमण के दौरान वन्यप्राणी संरक्षण के विभिन्न व्यवाहारिक पहलुओ से अवगत कराया जावेगा। संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन सुश्री अंजना सुचिता तिर्की, उपसंचालक, कान्हा टाईगर रिजर्व द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में टाईगर रिजर्व के अधिकारीगण भी उपस्थित रहें।