IS में शामिल होकर मुश्किल में जिहादी दुल्हन

IS में शामिल होकर मुश्किल में जिहादी दुल्हन

 
सुनामगंज 

सीरिया में इस्लामिक स्टेट समूह में शामिल होने के लिए घर से भागी ब्रिटिश किशोरी के पिता का कहना है कि उनकी बेटी की नागरिकता समाप्त नहीं की जाए और यदि उसने अपराध किया है तो उसे ब्रिटेन वापस आने पर दंडित किया जाना चाहिए।  

दो दोस्तों के साथ सीरिया भाग गई थी शमीमा बेगम
शमीमा बेगम 2015 में आईएस के लड़ाके के साथ शादी करने के लिए पूर्वी लंदन में अपने दो दोस्तों के साथ सीरिया भाग गई थी। यह वह वक्त था जब समूह ने कई युवाओं को लुभाने के लिए आनलाइन भर्ती कार्यक्रम चलाया था। अब 19 साल की हो चुकी शमीमा सीरिया में शरणार्थी शिविर में रह रही है और हाल में उसने संवाददाताओं से कहा कि वह घर वापस लौटना चाहती है। उसने एक डच नागरिक से शादी कर ली जो उसे अपने नवजात बच्चे के साथ नीदरलैंड ले जाना चाहता है। 

शमीमा के पिता करेंगे ब्रिटिश सरकार से अनुरोध
ब्रिटिश गृह मंत्री साजिद जावेद ने शमीमा की नागरिकता रद्द कर दी है जबकि उनसे कहा गया था कि वह कोई ऐसा निर्णय नहीं कर सकते जिससे कोई व्यक्ति देशविहीन हो जाए। उसके परिवार का कहना है उसके पास दोहरी नागरिकता नहीं है। इस संबंध में मामला अदालत में लंबित है। बांग्लादेश के एक गांव में रहने वाले शमीमा के पिता अहमद अली ने मंगलवार को एपी से कहा कि वह ब्रिटिश सरकार से अनुरोध करेंगे कि उनकी बेटी को लौटने की अनुमति दे।  उत्तर पूर्वी बांग्लादेश के सुनामगंज जिले में रहने वाले अली ने कहा, ‘‘मेरी बेटी जब भागी थी तब वह केवल 15 साल की थी। वह नादान थी।’’