RIL के अच्‍छे दिन आना बाकी, ब्रोकरेज पॉजिटिव

नई दिल्‍ली
रिलायंस इंडस्‍ट्रीज में ऑयल रिफाइनरिंग से ज्‍यादा मुनाफा पहली बार पेट्रोकेमिकल डिवीजन ने कमाया है। ब्रोकरेज कंपनियों की राय है कि वित्‍त वर्ष 2017-18 में कंपनी ने आय में काफी बढ़ोत्तरी दिखाई दी है, जिसके चलते कहा जा सकता है कि स्टॉक के अच्‍छे दिन अभी आने बाकी हैं।

HSBC ने कहा- कारोबार में दिखी तेजी
आरआईएल के जनवरी-मार्च और 2017-18 के वित्तीय वर्ष कमाई के आकलन पर एचएसबीसी ने कहा कि चौथी तिमाही के रिजल्‍ट में कंपनी के पेट्रोकेम कारोबार में काफी तेजी देखने को मिली है। इसके चलते जियो की प्रति यूजर कमाई की भरपाई आसानी से हो गई है। पेट्रोकेम कारोबार में यह तेजी वॉल्‍यूम बढ़ने के अलावा ऊंचे मार्जिन के चलते भी दिखाई दे रही है। गोल्‍डमैन सैच ने भी पेट्रोकैम कारोबार की ग्रोथ का अच्‍छा बताया है। कंपनी का पेट्रोकैम कारोबार हर तिमाही 10 फीसदी की दर से बढ़ रहा है। और अब यह सबसे बड़ा सेगमेंट कमाई योगदानकर्ता है, जो रिफाइनिंग को पीछे छोड़ देता है।

जियो से जुड़े करोड़ों ग्राहक 
जियो से चौथी तिमाही में 2.65 करोड़ ग्राहक जुड़े है। हालांकि वित्‍तीय परिणाम में साफ दिखा कि प्रति उपभोक्‍ता आय अनुमान से कम रही है। कंपनी को प्रति ग्राहक 137 रुपए की आय हुई है। वहीं रिफाइनरिंग मार्जिन 11 डॉलर प्रति बैरल रहा है और ब्रेंट-दुबई से भी अधिकअंतर नहीं पड़ा है।

गोल्डमैन ने की तारीफ
गोल्डमैन ने कहा कि 2017-18 में 40 फीसदी की वृद्धि के बाद 31 मार्च, 201 9 को प्री-कर लाभ या ईबीआईटीडीए में 35 फीसदी की बढ़ोतरी की उम्मीद है। कहा जाता है कि आने वाली तिमाही में पेट्रोकैम कारोबार पूरी तरह से कमाई की शक्ति तक पहुंच जाएगा, जबकि जियो और खुदरा से विकास की गति जारी रहेगी। गोल्‍ड ने कहा है कि कंपनी का कारोबार अच्‍छा है और निवेशकों को आगे अच्‍छा फायदा मिल सकता है। रिसर्च फर्म ने अनुमान जताया है कि अगले साल तक कंपनी के पास अच्‍छी अर्निंग के चलते करीब 6 अरब डालर का फ्री कैश होगा, जिसका वह अपने कर्जे कम करने में इस्‍तेमाल कर सकती है। कंपनी के पास इस वक्‍त कर्जे का बोझ बढ़ा हुआ है।