गंभीर का पानी पेयजल के लिए है, स्नान के लिए नर्मदा का पानी ही उपयोग होगा

गंभीर का पानी पेयजल के लिए है, स्नान के लिए नर्मदा का पानी ही उपयोग होगा
brijesh parmar उज्जैन ।मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती ने आज अपने उज्जैन प्रवास पर प्रेस से चर्चा की तथा कहा कि मकर सक्रांति एवं अन्य पर्वों के लिए शिप्रा नदी में नर्मदा जल ही प्रवाहित किया जाएगा। इसकी माकूल व्यवस्था कर ली गई है। मकर सक्रांति के अवसर पर त्रिवेणी एवं गऊ घाट पर पर्याप्त जल पहुंच गया है। साथ ही राम घाट एवं भूखी माता में गंभीर से मात्र 7 एमसीएफटी पानी लिया गया है। गंभीर का पानी उज्जैन शहर के लिए पेयजल के लिए आरक्षित है। The water of serious water is for drinking water, the water of Narmada will be used for bathing. उन्होंने कहा कि विगत शनिचरी अमावस्या पर हुई अव्यवस्था भविष्य में ना हो यह सुनिश्चित किया जाएगा। श्री मोहंती ने कहा कि शनिचरी अमावस्या पर लापरवाही करने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही कर दी गई है। उन्होंने कहा कि आगे 4 फरवरी को आने वाली सोमवती अमावस्या और शिवरात्रि सहित अन्य पर्वो पर भी स्नान के लिए शिप्रा में पर्याप्त जल उपलब्ध रहेगा।उन्होंने आश्वस्त किया कि उज्जैन शहर को पेयजल में कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी। इस दौरान अपर मुख्य सचिव आरएस जुलानिया ने खान डायवर्शन के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि यह योजना वर्षा काल के लिए नहीं अपितु ग्रीष्म काल के लिए है। इंदौर के ट्रीटमेंट प्लांट से उपचारिकृत पानी ही इन दिनों में छोड़ा जा रहा है। यह पानी उज्जैन शहर के बाहर से होता हुआ 19 किलोमीटर दूर कालियादेह में छोड़ा जा रहा है।मुख्य सचिव को इस दौरान लंबित शिप्रा के सेवरखेडी डेम और अन्य योजनाओं के संबंध में भी पत्रकारों ने चर्चा की और जानकारी दी। The water of serious water is for drinking water, the water of Narmada will be used for bathing. अधिकारियों से कहा बहुत जरूरी होने पर ही गम्भीर का पानी स्नान के लिए लिया जाए मुख्य सचिव ने अधिकारियों की बैठक में कहा है कि न केवल मकर सक्रांति बल्कि विभिन्न स्नान पर्वों के लिए नर्मदा का पानी शिप्रा में प्रवाहित किया जाएगा। इसके लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं समय पूर्व कर ली जाए। इस मामले में किसी भी तरह की लापरवाही ना की जाए। उन्होंने कहा कि बहुत ज्यादा आवश्यकता होने पर ही गंभीर का पानी शिप्रा में छोड़ा जाए। मुख्य सचिव ने गंभीर का पानी पूर्ण रूप से उज्जैन शहर की पेयजल व्यवस्था के लिए आरक्षित रखने के निर्देश दिए। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव आर. एस. जुलानिया, रजनीश वैश्य, प्रमुख सचिव संजय शुक्ला, प्रमोद अग्रवाल, विवेक अग्रवाल, संभागायुक्त अजीत कुमार, पुलिस महानिरीक्षक राकेश गुप्ता, कलेक्टर शशांक मिश्रा, पुलिस अधीक्षक सचिन अतुलकर, नगर निगम आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी संदीप जी. आर. सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी मौजूद थे । The water of serious water is for drinking water, the water of Narmada will be used for bathing. 25 हजार श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद बैठक में कलेक्टर श्री शशांक मिश्रा ने पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से मकर सक्रांति पर्व एवं अन्य पर्वों पर ही जाने वाली व्यवस्था के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मकर सक्रांति पर अनुमानत: 25000 श्रद्धालुओं के उज्जैन आने की उम्मीद है। यह श्रद्धालु विभिन्न घाटों के साथ साथ प्रमुख रूप से रामघाट एवं दत्त अखाड़ा पर स्नान करेंगे । उन्होंने बताया कि उज्जैन शहर की जल प्रबंध व्यवस्था गंभीर डेम, साहब खेड़ी टैंक, उंडासा , शिप्रा बैराज से की जाती है। वर्तमान में गंभीर नदी में 1267 एमसीएफटी पानी उपलब्ध है। मकर सक्रांति के लिए गम्भीर डेम से मात्र 7 एमसीएफटी पानी भूखी माता एवं रामघाट के स्टॉप डेम में छोड़ा गया है। कलेक्टर ने बताया कि नर्मदा का एक एमसीएम जल 13 जनवरी की शाम तक त्रिवेणी तक पहुंच जाएगा। बैठक में पुलिस महानिरीक्षक श्री राकेश गुप्ता ने सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मकर सक्रांति पर्व पर जल प्रबंधन, सुरक्षा, आपदा राहत यातायात आदि की व्यवस्था की जा रही है। सीसीटीवी, सुरक्षा उपकरण सहित कुल 680 पुलिसकर्मियों की डयूटी घाटों एवं महाकाल मंदिर के आसपास लगाई जा रही है। पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि घाटों पर पर्याप्त बैरिकेडिंग, लाइफ गार्ड, बोट्स, होमगार्ड्स, इमरजेंसी लाइट एवं सार्वजनिक घोषणा की व्यवस्था की गई है। राम घाट पर अस्थाई कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है। सुरक्षा व्यवस्था के पर्यवेक्षण के लिए दो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक 4 नगर पुलिस अधीक्षक एवं टी भगवान श्री महाकाल के दर्शन कर पूजा-अर्चना की मुख्य सचिव एस.आर. मोहंती ने उज्जैन भ्रमण के दौरान श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर भगवान श्री महाकाल के दर्शन कर पूजा अर्चना की। पूजा अर्चना मंदिर के पुजारियों ने विधिवत संपन्न करवायी। रामघाट- त्रिवेणी घाट का किया निरीक्षण मुख्य सचिव एस.आर. मोंहंती ने रविवार को अपने उज्जैन प्रवास के दौरान रामघाट और क्षिप्रा नदी तट निरीक्षण किया। मकर संक्रांति पर्व पर स्नान के लिए रामघाट पर प्रशासन द्वारा चाक चौबंद व्यवस्थाएं की गई हैं। नगर पालिका निगम जगह- जगह नियंत्रण कक्ष बनाये गये हैं। वस्त्र बदलने के लिए अस्थाई टेंट बनाये गये हैं। इसके अलावा स्नान करने के लिए आने वाले श्रध्दालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बचाव और तैराक दल को जगह- जगह तैनात किया गया है।क्षिप्रा नदी में गहरे पानी के समीप चेतावनी के बोर्ड लगाये गये हैं। महिलाओं के वस्त्र बदलने के लिए स्थाई चेंजींग रूम बनाये गये हैं। नियंत्रण कक्ष में लाउड स्पीकर के माध्यम से समय-समय पर घोषणा करने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा रात्रि में पर्याप्त रोशनी के लिए अतिरिक्त एलईडी बल्ब लगवाये गये हैं। फायर ब्रिगेड और एम्बूलेंस की व्यवस्था भी घाट पर की गई है।रामघाट पर स्नान के लिए की गई व्यवस्थाओं पर मुख्य सचिव श्री मोहंती ने संतोष व्यक्त किया। दोपहर में मकर सक्रांति पर्व पर स्नान हेतु की गई व्यवस्थाओं का त्रिवेणी घाट जाकरजायजा लिया ।उन्होंने स्नान के लिए पानी की उपलब्धता, साफ सफाई ,फव्वारे आदि का अवलोकन किया तथा की गई व्यवस्था पर संतोष किया ।उन्होंने कहा हैकि आगामी पर्व पर भी इसी तरह की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए । घाट के अवलोकन के बाद मुख्य सचिव ने त्रिवेणी पर खान नदी एवं शिप्रा नदी के मिलन स्थान पर बनाए जा रहा है मिट्टी के बंड का अवलोकन भी किया ।नर्मदा घाटी विकास के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री रजनीश वैश्य ने मुख्य सचिव को जानकारी दी कि यहां पर एक स्थाई स्टॉप डेम बनाए जाना प्रस्तावित हैजिससे की खान नदी डायवर्सन योजना के लिए बनाए गए स्टॉप डेम के सीपेज से आने वाले पानी को शिप्रा नदी में मिलने से रोका जा सके ।