जब टूट गया था दिव्यांका का दिल

ज़ी टीवी के ताजा टाॅक शो ‘जज़्बात‘ में हुई एक दिलचस्प चर्चा के दौरान टेलीविजन की सबसे पाॅपुलर एक्ट्रेस मेें से एक दिव्यांका त्रिपाठी ने अपने उन दिनों को याद किया जब वे भारी तनाव से गुजर रही थीं आगामी 5 मई से शुरू हो रहा ज़ी टीवी का नया चैट शो ‘जज़्बात... संगीन से नमकीन तक‘ दर्शकों को उन पॉपुलर सेलिब्रिटीज के प्रेरणादायक सफर पर ले जाएगा, जिन्हें वे बहुत पसंद करते हैं। इस शो में होस्ट राजीव खंडेलवाल दर्शकों को इन सभी सुपरस्टार्स के भीतर के इंसान से रूबरू कराएंगे, जिसमें वे अपनी खुशियां और अपने गम, अपनी जीत और हार के बारे में चर्चा करेंगे और यह बताएंगे कि उन्होंने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए किस तरह का संघर्ष किया। इस रविवार टेलीविजन की सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली जोड़ी - दिव्यांका त्रिपाठी और उनके पति विवेक दहिया, होस्ट राजीव खंडेलवाल के साथ चर्चा के दौरान अपने गहरे राज और अपनी छिपी भावनाओं को उजागर करेंगे। अपने व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन के बीते पलों को याद करते हुए दिव्यांका ने अपनी अंदरूनी ताकत समेटकर अपनी जिंदगी से जुड़ी एक बेहद निजी घटना भी बताई। दुनिया भर में लाखों दिलों को जीतने वाली इस मशहूर एक्ट्रेस ने उस दौर को याद किया, जब उनका दिल टूट गया था और वे भारी तनाव से गुजर रही थीं। बहुत से लोग दिव्यांका की लव लाइफ के बारे में जानते हैं, लेकिन सभी को यह जानकर हैरानी होगी कि एक दौर ऐसा भी आया था जब दिल टूटने के चलते दिव्यांका अपनी जिंदगी के बेहद तनावपूर्ण दौर में पहुंच गई थीं। यहां तक कि अंधविश्वास ही उनका एकमात्र सहारा बन गया था। दिव्यांका बताती हैं, ‘‘8 साल तक एक रिश्ते में रहने के बाद जब वह बिखरने लगा तो मेरा झुकाव अंधविश्वास की तरफ बढ़ गया। मैं हर तरह के लोगों से मिलने लगी और अपने प्रेमी को वापस पाने के लिए तरह-तरह के उपाय करने लगी। मैं इस उम्मीद में अपने प्रेमी का नाम एक कागज पर लिखती, उसे जलाती और उस राख को पानी में घोलकर पी लेती थी कि वो मेरे पास वापस लौट आएगा।‘‘ इस अंधेरे दौर से बाहर आने में दिव्यांका को भारी इच्छाशक्ति और धैर्य से काम लेना पड़ा। वे आगे बताती हैं, ‘‘उस समय पर जो बात मुझे सबसे ज्यादा दुख देती थी, वह यह कि मैं जिस इंसान से प्यार करती थी, वो मुझे प्यार नहीं करता था जबकि मैं उन लोगों से दूर हो गई थी जो असल में मुझे प्यार करते थे। मैंने पूरा वक्त खुद को काम में झौंक दिया। मैं कभी ब्रेक नहीं लेती थी तो लोगों को लगता था कि मुझ पर काम का नशा छा गया है। हालांकि इस घटना से मैंने यह नसीहत ली कि चाहे कुछ भी हो जाए, इंसान को अंधविश्वास से दूर ही रहना चाहिए।‘‘ यह चर्चा बेहद अंतरंग और भावनात्मक रही, जिसमें दिव्यांका त्रिपाठी और विवेक दहिया ने मनोरंजन की दुनिया में अपने सफर के बारे में भी बताया। वहीं इस एपिसोड में दिव्यांका और विवेक के बीच गहरा प्यार भी सामने आया, जिसकी मजबूत बुनियाद पर उनका खूबसूरत रिश्ता बना है।