अगर नहीं मिला यूरिया तो बर्बाद हो जाएगी 70 फीसदी फसल
मंदसौर
मंदसौर में किसानों की अपनी फसलों के न तो उचित दाम मिल रहे हैं और न ही उन्हें फसल के लिए आवश्यक यूरिया मिल रहा है. यूरिया नहीं मिलने से नाराज किसानों ने सरकार, सोसायटी कर्मचारियों और अधिकारियों पर यूरिया की कालाबजारी का आरोप लगाया है. किसानों को कहना है कि अधिकारी और कर्मचारी मिलकर यूरिया की कालाबजारी कर रहे हैं, जिससे खाद किसानों को नहीं मिल पा रहा है.
यूरिया खाद के लिए किसान सोसायटी से लेकर इफको, केंद्र व राज्य सरकार के गोदामों पर घंटों लाइन लगाकर खड़े रहने और कई दिनों से चक्कर काटने के बाद भी यूरिया नहीं मिल रहा है. किसानों का कहना है कि यहीं यूरिया बाजार में ज्यादा मूल्य देने पर आसानी से मिल रही है. उन्होंने कहा कि अभी फसल को यूरिया खाद की बेहद जरूरत है, यदि समय में फसलों को यूरिया खाद नहीं मिलता तो 70 फीसदी से ज्यादा फसल का नुकसान हो जाएगा.
किसानों का कहना है कि खाद नहीं मिलने से वे काफी परेशान है. इफको कर्मचारी कार्यालय पर ताला लगाकर बैठे हैं और खाद के अभाव में फसलें खराब हो रही है. बाजार में यूरिया आसानी से और मनमाने मिल रहा है. सहकारी सोसायटी से किसानों को 266 रूपये प्रति बैग यूरिया मिलता है वहीं बाजार में 250 से 400 रूपये तक लिए जा रहे हैं. किसानों का कहना है कि सहकारी सोसायटी पर ताले लगे हैं और जहां खुले हैं वहां यूरिया उपलब्ध नहीं है.