अहिंसा का संदेश देने वाली जैन साध्वियां सीख रही हैं मार्शल आर्ट, जानिए क्यों?
नई दिल्ली
गुजरात की आर्थिक राजधानी सूरत शहर में इन दिननों जैन साध्वी सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग ले रही है. पिछले कुछ दिनों से जैन साध्वियों के साथ छेड़खानी की खबरें आने के बाद जैन समुदाय में चिंता देखी गई थी. सूरत के गोपीपुरा इलाके में स्थित एक उपाश्रय में एक साध्वी के साथ कुछ दिन पहले देर रात को एक शख्स ने छेड़खानी की थी. इसके बाद साध्वियों ने खुद को मजबूत करने का फैसला लिया.
इसी कड़ी में जैन समाज के अग्रणियों ने साध्वियों को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग देने का फैसला किया और उनको मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी. सूरत में एक स्थान पर एक महिला कोच इन साध्वियों को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग देती हैं. ट्रेनर इन महिलाओं को सेल्फ डिफेंस के गुर सिखाती हैं. इन्हें बिना हथियारों के बचाव करना तो सिखाया ही जाता है, साथ ही लाठियों के सहारे भी खुद को बचाने का तरीका सिखाया जाता है.
आत्मरक्षा के ट्रेनिंग पाकर इन महिला साध्वियों का आत्मविश्वास काफी बढ़ गया है. इनका कहना है कि अब वो किसी भी शोहदे को सबक सिखाने के लिए तैयार हैं.
गुजरात के सूरत में महिलाओं के साथ हो रहे अपराध में पिछले सालों में इजाफा हुआ है. हाल ही में एक घटना ऐसी घटी जिससे पूरे सूरत के जैन समाज को झकझोर कर रख दिया था. बता दें कि जैन समाज अपने धर्म के नियमों का पालन कड़ाई से करता है. इस कड़ी में उनको एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए पैदल ही चलना होता है. महिला साध्वी भी पैदल ही अकेले चलती हैं. लिहाजा, वे किसी भी अनहोनी के लिए खुद को तैयार कर रही हैं.