आदिवासियों पर गोली चलाने की घटना पर घिरी कमलनाथ सरकार, जांच के दिए आदेश

आदिवासियों पर गोली चलाने की घटना पर घिरी कमलनाथ सरकार, जांच के दिए आदेश

बुरहानपुर
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में आदिवासियों पर हुई फायरिंग का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. मामले में कमलनाथ सरकार अपने ही नेताओं के निशाने पर है. कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने दोषियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना की निंदा करते हुए कमलनाथ सरकार को नींद से जागने की सलाह दी है.  बता दें कि वन विभाग की टीम अतिक्रमण हटाने के लिए गई थी. इस दौरान टीम की आदिवासियों से झड़प हो गई. जिसमें 5 लोग घायल हो गए हैं.

मामले को तूल पकड़ता देख सीएम कमलनाथ खुद सामने आए. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि ‘नेपानगर के बदनापुर वन परिक्षेत्र में वन विभाग की टीम और आदिवासियों के संघर्ष व गोलीचालन की घटना के दूसरे दिन ही मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश दिए जा चुके हैं. घटना की निष्पक्ष जांच होगी, किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.’ साथ ही ‘सरकार आदिवासी वर्ग के अधिकारो की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है. आदिवासी वर्ग का कल्याण, उनके अधिकारों की सुरक्षा, उनकी प्रगति हमारी सदैव प्राथमिकता है.’

वहीं, शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने ट्वीट कर कमलनाथ सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने लिखा है कि ‘श्री कमलनाथ जी अब तो जाग जाइए. आपके शासन के बारे में आपके साथी और मंत्री भी अब तो ऊंगली उठाने लगे हैं. आदिवासी भाईयों को अधिकार देने की बात करने वाली आपकी सरकार उन पर गोली चलाकर कैसे उनका हित कर रही है? आदिवासी भाई-बहनों को इंसाफ मिलना चाहिए.’

एक अन्य ट्वीट में शिवराज सिंह ने लिखा है कि ‘बुरहानपुर में आदिवासियों पर प्रशासन द्वारा चलाई गई गोली की घटना बेहद दुखद और निंदनीय है. ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना और मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ जी से दोषियों के विरूद्ध त्वरित कार्रवाई की मांग करता हूं.

कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के स्थायी सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी ही सरकार को घेरा है. उन्होंने लिखा है कि ‘आदिवासी जन-जातियों की प्रगति व कल्याण, म.प्र सरकार की प्राथमिकता है. बुरहानपुर में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना निंदनीय है. मुख्यमंत्री से निवेदन करता हूं कि मामले की पारदर्शी और निष्पक्ष रूप में जांच हो और दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही की जाए.